न्यूज डेक्स राजस्थान
जयपुर। वन एवं पर्यावरण विभाग के प्रमुख शासन सचिव शिखर अग्रवाल की पहल पर वन विभाग द्वारा पर्यावरण एवं जैवविविधता के संरक्षण में तितलियों के योगदान को देखते हुऐ राज्य में पाई जाने वाली तितलियों की प्रजाति में से एक प्रजाति को ‘‘राज्य तितली‘‘ घोषित करने की चयन हेतु नामांकन प्रक्रिया शुरू कर दी गई। प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन बल प्रमुख डॉ. डी.एन. पाण्डेय ने बताया कि राज्य में तितली की लगभग 100 प्रजातियाँ पाई जाती हैं। तितलियां स्वस्थ इको-सिस्टम का महत्वपूर्ण घटक है एवं जैव विविधता हेतु परागण के माध्यम से अहम योगदान करती है। तितलियॉ, पक्षी, लिजार्ड प्रजाति, वास्प, मधुमक्खी, चींटी एवं अन्य जीवों के खाद्य बैंक के रूप में भी काम करती है। उन्होनें बताया कि तितलियों को संरक्षण मिलने से राजस्थान में बटरफ्लाई टूरिज्म एवं रोजगार की सम्भावना को भी बढावा मिलेगा।
डॉ. डी.एन. पाण्डेय ने बताया कि भारत सरकार भी जैव विविधता में तितलियों के योगदान को देखते हुए इस दिशा में कार्य कर रही हैं। उन्होनें बताया कि राजस्थान भारत में आठवॉ राज्य होगा जो राज्य तितली घोषित करेगा। तितलियों की प्रजातियों में से एक को राज्य तितली घोषित करने के चयन के लिए आजमन, विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, शोध अनुसंधान करने वाले संस्थानों एवं सिविल सोसाइटी से ऑनलाईन नामांकन 20 मई से आगामी 30 दिवस तक वन विभाग की वेबसाईटhttps://forest.rajasthan.gov.in/ के माध्यम से किया जा सकता है।