न्यूज डेक्स हरियाणा
चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की प्रदेश के हर गरीब परिवार को आर्थिक व सामाजिक रूप सुदृढ़ करने की इच्छा के मद्देनजर प्रत्येक परिवार की आय 1.80 लाख तक पहुंचाने के लिए प्रत्येक जिले में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत लगाए जाने वाले अंत्योदय मेले में अब डा.अम्बेडकर चैबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। इसके अलावा, 14 जून संत कबीर जयंती के अवसर पर डॉ. अम्बेडकर चैबर ऑफ कॉमर्स के हरियाणा चैप्टर का लॉन्च भी किया जाएगा।
यह निर्णय आज यहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में डॉ.अम्बेडकर चैबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक के दौरान लिया गया। बैठक में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के मिशन निदेशक श्री मंदीप सिंह बराड़ ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि अब तक दो चरणों में 156 स्थानों पर 500 से अधिक मेलों को आयोजन करवाया जा चुका है। 18 विभागों की 49 योजनाओं की जानकारी लाभपात्रों दी जाती हैं जिनके तहत वे बैंकों से ऋण लेकर स्वरोजगार के साधन जुटा सकते हैं। इस बात की भी जानकारी दी गई कि सात लाख परिवारों की पहचान की गई है जिनकी वार्षिक आय 1 लाख रुपये से कम है, जिनमें से अढ़ाई लाख परिवारों को आरम्भ में बुलाया जा चुका है। अब तक अंत्योदय मेलों में 16 हजार लाभपात्रों को रोल पर लिया गया है इसके अलावा, 350 व्यक्तियों का चयन प्राइवेट सेक्टर में हुआ है।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब परिवारों विशेषकर अनुसूचित जाति के युवा भी उद्यमी बनें यह डॅा. अम्बेडकर चैबर ऑफ कॉमर्स का अच्छा प्रयास है। प्रदेश सरकार पहले ही अंत्योदय की भावना पर चलते हुए समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के उत्थान में कार्य कर रही है। अंत्योदय मेलों का आयोजन कर गरीब व्यक्ति को स्वरोजगार परक बनाना भी उसी कड़ी का एक हिस्सा है। अनुसूचित जाति के व्यक्ति उद्यमी बनें इसके लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण व एचएसआईआईडीसी द्वारा आवंटित किए जाने वाले औद्योगिक प्लाटों की लागत में 10 प्रतिशत की छूट इस वर्ग को देने की पहले ही घोषणा कर चुके हैं जिस पर कार्य प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि सफाई कर्मचारी भी भवन एवं संनिर्माण श्रमिकों की तर्ज पर सहकारी समितियां बनाएं। शहरी स्थानीय निकायों में सफाई का ठेका इन समितियों के माध्यम से लें। इस प्रकार, वे सफाईकर्मी से ठेकेदार बन सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि धीरे-धीरे शहरों में सफाई का कार्य हाथ की बजाए मशीनों से हो इस ओर बढ़ना होगा। सफाई कर्मचारी भी अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा मुहैया कराकर सरकारी व अन्य क्षेत्रों में भेजे।
बैठक में मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी.वी.एस.एन प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, शहरी स्थानीय निकाय के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हरियाणा के प्रधान सचिव विनीत गर्ग, अतिरिक्त प्रधान सचिव आशिमा बराड़,मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव कृष्ण कुमार बेदी, डा.अम्बेडकर चैबर ऑफ कॉमर्स के महानिदेशक सरदार इन्दर इकबाल सिंह अटवाल, सदस्य प्रसाद दहापुते, योगेन्द्र पासवान व राजे अमरीश राऊत के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।