दूरवर्ती शिक्षा में ऑनलाइन लर्निंग साबित होगी मील का पत्थर: प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय के यूजीसी द्वारा स्वीकृत 4 ऑनलाइन प्रोग्राम को चरणबद्ध तरीके से लागू करने के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कमेटी रूम में सोमवार को कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस मौके पर बोलते हुए कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि दूरवर्ती शिक्षा में ऑनलाइन लर्निंग मील का पत्थर साबित होगी। दूरस्थ शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने के लिए तथा आनलाईन लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए इन प्रोग्राम/कोर्सों को शुरू किया गया है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के माध्यम से देश भर में लाखों छात्रों के उच्च शिक्षा प्राप्त करने के सपने को पूरा करने में सफल रहा है। निदेशालय उन छात्रों के लिए एक बहुत ही उपयोगी विकल्प प्रदान करता है जो किसी न किसी कारण से नियमित अध्ययन करने में सक्षम नहीं हैं। इसके द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 के तहत विद्यार्थियों को ग्रॉस इंरोलमेंट रेशो (जीइआर) बढ़ाने में मदद मिलेगी।
कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय का उद्देश्य है कि केयू में आनॅलाईन एजुकेशन के माध्यम से शिक्षा ग्रहण करने वाले ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी हो जोे अपने पाठ्यक्रम को पूर्ण करें और बीच में न छोड़ के जाएं। यूजीसी ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को 4 पाठ्यक्रमों में ऑनलाइन डिग्री आयोजित करने की स्वायत्तता दी है। इन पाठ्यक्रमों में बैचलर ऑफ आर्ट्स, बैचलर ऑफ कॉमर्स, मास्टर ऑफ आर्ट्स (मॉस कम्युनिकेशन) और मास्टर ऑफ कॉमर्स विषय शामिल हैं।
ऑनलाइन कोर्सो में विदेशी छात्र भी ज्यादा से ज्यादा दाखिला लें इसके लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रयासरत है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय इंडस्ट्रियल रेवोल्युशन 4.0 के अंतर्गत तकनीकी क्षेत्र में लचीले प्रोग्राम शुरू कर रहा है और यह भी उसी का हिस्सा है।
इस बैठक में टैलेंटेज एजुकेशन के अधिकारी भी मौजूद थे जो इस ऑनलाइन प्रोग्राम को संचालित करने में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की मदद करेंगे। इस मौके पर कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. प्रदीप कुमार, लोक सम्पर्क निदेशक प्रो. ब्रजेश साहनी, प्रो. राकेश कुमार, परीक्षा नियंत्रक डॉ. हुकम सिंह, डॉ. अंकेश्वर प्रकाश, डॉ. कामराज सिंधु व सतीश शर्मा मौजूद थे।