कला परिषद की कार्यशालाओं के माध्यम से विद्यार्थी सीख रहे कला की बारीकियां
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।हरियाणा कला परिषद् द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कला कीर्ति भवन में ग्रीष्मकालीन कक्षाओं का जून में आयोजन किया जा रहा है। इन कक्षाओं में प्रतिभागा कुशल प्रशिक्षकों से अभिनय, नृत्य, संगीत तथा चित्रकला का ज्ञान ले सकेंगे। 1 जून से प्रारम्भ होने वाली कक्षाओं का मुख्य उद्देश्य लोगों में छिपी हुई प्रतिभा को निखारना है, जिसके लिए आयोजित की जा रही हॉबी कक्षाओं के लिए पंजीकरण शुरु कर दिए गए हैं। यह जानकारी हरियाणा कला परिषद् के निदेशक संजय भसीन ने दी।
उन्होंने बताया कि ब्रहमसरोवर स्थित कला कीर्ति भवन में सोमवार से शुक्रवार तक सायं 3 से 5 बजे तक लगने वाली इन कक्षाओं में हरियाणवी लोक नृत्य, भरतनाट्य, कत्थक, एक्टिंग, चित्रकला, गायन, हरमॉनियम तथा ढोलक का प्रशिक्षण दिया जाएगा। हॉबी कक्षाओं के इच्छुक प्रतिभागियों का पंजीकरण कला परिषद कार्यालय में 30 मई तक किया जाएगा। भसीन ने यह भी बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कक्षाएं निशुल्क रहेंगी, प्रतिभागी को केवल पंजीकरण शुल्क देना होगा। दस वर्ष की आयु से अधिक कोई भी इन कक्षाओं में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकता है। हॉबी कक्षाओं के अंतर्गत अलग-अलग विधाओं की जानकारी देते हुए प्रशिक्षकों द्वारा प्रस्तुतियां तैयार करवाई जाएंगी, जिसे हॉबी कक्षाओं के समापन अवसर पर 30 जून को कला कीर्ति भवन की भरतमुनि रंगशाला में प्रस्तुत किया जाएगा।
संजय भसीन ने बताया कि हरियाणा कला परिषद द्वारा हरियाणा के विभिन्न जिलों में ग्रीष्मकालीन कार्यशालाओं को आयोजन किया जा रहा है, जिसमें हरियाणा कला परिषद के प्रशिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को संगीत, नृत्य, नाटक आदि के गुर सिखाए जा रहे हैं। कार्यशालाओं के संदर्भ में जानकारी देते हुए भसीन ने बताया कि जींद के इंदिरा गांधी राजकीय महिला महाविद्यालय, एस.डी.पी.जी. महाविद्यालय, पानीपत, राजकीय कन्या महाविद्यालय मतलौडा, डीएवी स्कूल अम्बाला, ब्लूमिंग ब्रेन्स स्कूल कुरुक्षेत्र, द एस.डी. विद्या स्कूल, अम्बाला कैंट, राजकीय कन्या महाविद्यालय, गोहाना, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सफीदों में हरियाणवी नृत्य की कार्यशाला का आयोजन किया गया है।
वहीं डीएवी स्कूल अम्बाला, नवोदय सरस्वती स्कूल, फरीदाबाद, खेड़ी गुजरान महाविद्यालय फरीदाबाद, हिन्दू कॉलेज, जींद में नाट्य कार्यशाला का आयोजन कर विद्यार्थियों को अभिनय के गुर सिखाए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त अन्य विद्यालयों में भी जून माह में विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन कर विद्यार्थी वर्ग को हरियाणवी संस्कृति से रुबरु करवाने का प्रयास किया जाएगा।