108 करोड़ रुपये की लागत से डेढ़ में बनाया गया है 1.42 लंबा फ्लाईओवर
न्यूज डेक्स इंडिया
ग्वालियर,28 सितंबर। मध्यप्रदेश में 1.42 किलोमीटर लंबा 108 करोड़ की लागत से बना ग्वालियर-मुरैना फ्लाईओवर सोमवार को राष्ट्र को समर्पित किया गया। इसका उद्घाटन केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण, ग्रामीण विकास और पंचायती राज और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत, फग्गन सिंह कुलस्ते, राज्यमंत्री रिटायर्ड जनरल (सेवानिवृत्त) वी के सिंह, स्थानीय सांसद, विधायक, केंद्र और राज्य के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
राजस्थान में धौलपुर और मप्र में ग्वालियर को जोड़ने वाली फ्लाईओवर को ईपीसी मोड पर निर्धारित 18 महीने की अवधि के भीतर पूरा किया गया है। 4-लेन वाली फ्लाईओवर की कुल लंबाई 780 मीटर है, जिसमें धौलपुर की ओर 300 मीटर रिटेनिंग वॉल अप्रोच और ग्वालियर की ओर 340 मीटर रिटेनिंग वॉल एप्रोच है। फ्लाईओवर के दोनों तरफ सर्विस रोड है। फ्लाईओवर भीड़-भाड़ वाले मुरैना शहर को भी ट्रैफिक से बचाएगा, जिससे समय की बचत होगी और ईंधन के अपव्यय से बचा जा सकेगा।
इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस परियोजना को तुरंत मंजूरी देने और इसे निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने के लिए भारत के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नीतिन गडकरी की सराहना की। उन्होंने इस परियोजना को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाने के लिए जनरल (सेवानिवृत्त) वी के सिंह को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सड़क का यह हिस्सा इस क्षेत्र में यातायात को सुगम बनाने में बहुत कारगर साबित होगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस फ्लाईओवर के निर्माण से आज इतिहास बदल गया है। उन्होंने कहा कि मुरैना ने जो कुछ भी मांगा उसे केंद्र से मिला। उन्होंने जिले में किए गए कई विकास परियोजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने मुरैना में लोगों से आह्वान किया कि वे न केवल विकास की कहानी का गवाह बनें, बल्कि इसमें पूरे दिल से भाग लें।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी के सिंह ने कहा कि सरकार लोगों की सुगमता के लिए विकास की सुविधा पर ध्यान केंद्रित कर रही है। वर्तमान निर्माण महत्वपूर्ण है क्योंकि यह क्षेत्र की एक प्रमुख संपर्क सड़क है। उन्होंने बताया कि यह फ्लाईओवर पहले के ब्लैक स्पॉट पर दुर्घटनाओं को कम करने में भी मदद करेगा।