न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। जिला की मुख्य अनाज मंडी थानेसर में धान की खरीद ना होने के विरोध में किसान और आढ़तियों ने मार्केट कमेटी के दफ्तर पर ताला लगा दिया और शीघ्र खरीद न होने पर आत्मदाह की धमकी दी। किसानों और आढ़तियों ने कहा कि मंडी में पिछले 10 दिनों से धान के ढेर लगे हुए हैं,लेकिन सरकारी एजेंसियां खरीद करने नाम पर नोटंकी कर रही है,जिसे भाजपा नेता खरीद का नाम दे रहे हैं।
किसान नेता रामदिया कान्याण ने कहा कि पिछले 10 दिनों से मंडी धान से अटी पड़ी है और 27 सितंबर से सरकार ने खरीद शुरु करने का आदेश भी जारी किया था,लेकिन सरकारी एजेंसियां नमी,बदरंग इत्यादि के नाम पर धान खरीद करने में आनाकानी कर रही है। जिससे किसानों की फसल सड़क पर पड़ी है। कान्याण सहित अन्य किसानों ने आरोप लगाया कि केवल सत्तारूढ़ दल से संबंधित आढ़तियों की दुकानों पर बोली की जा रही है,जोकि आम किसान और व्यापारियों के साथ भेदभाव है।
अनाज मंडी एसोसिएशन के प्रधान अंग्रेज सिंह का आरोप है कि सरकार किसान और आढ़तियों को परेशान कर रही है। गत दिवस मंडी में सैंकड़ों ढेरिया लगी हुई थी,लेकिन केवल दो तीन ढेरियों की ही खरीद की गई। नमी के नाम पर किसानों की धान नहीं खरीदी जा रही है,जबकि यह धान लगभग 10 दिनों से पड़ा है। उन्होंने कहा कि मंडी की दो ही दुकानों पर खरीद हो रही है और इन्हीं केवल दो दुकानों पर ही बारदाना पहुंचा है। इससे अन्य आढ़तियों में भारी रोष है।
मंडी के पूर्व प्रधान सुशील सिंगला ने कहा कि इसी रोषस्वरुप सोमवार को किसानों और आढ़तियों में मार्केट कमेटी पर ताला लगाया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी। उन्होंने कहा कि केवल कुरुक्षेत्र में नहीं,बल्कि पिहोवा,लाडवा और शाहाबाद में भी किसान व्यापारी खफा होकर सरकार के खिलाफ बोल रहे हैं। काबिलेगौर है कि पिहोवा-अंबाला रोड पर किसानों और व्यापारियों ने ती घंटे तक जाम लगाकर विरोध जताया। सड़क पर जाम लगाकर प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए शीघ्र खरीद करने की मांग की।