मुख्यमंत्री के पद पर मर्यादा में रहकर बात करनी चाहिए-अरविंद शर्मा
सीएम ने गुरुग्राम में एक कार्यक्रम में कुत्ता शब्द का किया था इस्तेमाल
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा के सवाल पर गुस्से में आए सांसद
बोले, ओम प्रकाश चौटाला की तरह जल्द ही जेल में जाने चाहिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा
मनीष ग्रोवर को फिर से लिया आड़े हाथ, बोले पूरे प्रदेश में कर रहा है मनीष ग्रोवर हस्तक्षेप ग्रोवर के लिए चोर शब्द का किया इस्तेमाल
न्यूज डेक्स संवाददाता
रोहतक। अक्सर भूपेंद्र हुड्डा पर पूछे गए सवालों पर शांत रहने वाले डॉक्टर अरविंद शर्मा ने आज जमकर भड़ास निकाली और कहा हुड्डा जैसे लुटेरों को तो ओम प्रकाश चौटाला की तरह जेल में होना चाहिए। सरकार इस मामले में सख्ती से काम करते हुए इनको जेल भिजवाए। भाजपा सांसद डॉ अरविंद शर्मा प्रधानमंत्री के गरीब कल्याण सम्मेलन वर्चुअल कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए रोहतक पहुंचे थे। उन्होंने इस कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री को भी नसीहत दे डाली कि इतने बड़े पद पर होते हुए सोच समझकर बोलना चाहिए।
सांसद डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रदेश को 10 साल तक लूटने वाले लुटेरे भूपेंद्र सिंह हुड्डा व दीपेंद्र सिंह हुड्डा भ्रष्टाचार की बात कर रहे हैं। इनको तो ओमप्रकाश चौटाला की तरह जेल के अंदर होना चाहिए। पता नहीं सरकार इतनी ढीली क्यों चल रही है, सरकार को सख्ती अपनाते हुए भूपेंद्र हुड्डा को जेल भेजना चाहिए। उन्होंने कहा की भूपेंद्र हुड्डा अब कुर्सी के चारों तरफ चक्कर तो काट सकते हैं,लेकिनअब कुर्सी उन्हें मिलने वाली नहीं है। डॉ. अरविंद शर्मा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अपने संबोधन में कुत्ता शब्द इस्तेमाल करने को लेकर भी नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि हरियाणा बहुत संपन्न प्रदेश है और ऐसे प्रदेश का मुख्यमंत्री इस तरह की शब्दों का इस्तेमाल करें वह शोभा नहीं देता।
इसलिए मुख्यमंत्री को सोच समझ कर बात करनी चाहिए। आज तो अरविंद शर्मा ने अरविंद केजरीवाल को लेकर भी सवाल खड़ा कर दिया और बोले दूसरों पर आरोप लगाने से पहले अपने मंत्री सत्येंद्र जैन के हाल देख ले। पूर्व सहकारिता राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर को लेकर भी अरविंद शर्मा आज भी मुखर दिखाई दिए और मूर्ख वाले बयान को लेकर बोले कि जिसके दिल और दिमाग में चोर होता है, उसकी जुबान पर बात आ ही जाती है। मनीष ग्रोवर का रोहतक में ही नहीं पूरे हरियाणा में हस्तक्षेप है और मुख्यमंत्री को इस मामले को ध्यान में रखते हुए देखना चाहिए।