ईडी का सहारा लेकर विपक्ष की आवाज दबाने का असफल प्रयास कर रही है केंद्र सरकार: जगजीत शर्मा
न्यूज डेक्स संवाददाता
दिल्ली। केंद्र सरकार सरकारी एजेंसियों का दुरूपयोग कर विपक्ष के नेताओं एवं सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले सम्मानित लोगों के लिए मुसीबत खड़ी करने का असफल प्रयास कर रही है। आज ईडी और सीबीआई का सहारा लेकर केंद्र सरकार देश का माहौल बिगाड़ने पर तुली हुई है। उक्त वक्तव्य राहुल-प्रियंका गांधी सेना (कांग्रेस) के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं हिमाचल प्रदेश प्रभारी जगजीत शर्मा ने आज अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे पार्टी नेताओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। प्रदर्शन में मुख्यातिथि के तौर पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित जगदीश शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित थे। प्रवक्ता ने अपने संबोधन में कहा कि सोनिया गांधी के परिजनों ने देश के लिए शाहदत दी है। उनकी कुर्बानी ने ही देश के इतिहास में स्वर्णिम पन्ना जोड़ा है।
देश के ऐसे शाहदत देने वालों के बच्चों को ईडी का सहारा लेकर बदनाम करने की साजिश भाजपा के निचले स्तर की मानसिकता को दर्शाती है। जगजीत शर्मा ने कहा कि अगर केंद्र सरकार को ईडी का सहारा लेकर सम्मन भेजना ही है तो गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह पर सम्मन भेजने की हिम्मत जुटाए। सरकार में बैठे मुखिया नरेंद्र मोदी अडानी के पास ईडी भेजकर दिखाऐं जो कि देश से सफेद धन विदेशों में ले जाकर एकत्रित कर रहा है। यदि जांच ही करानी है तो पुलवामा के अटैक में शहीद हुए नौजवानों के हत्यारों की जांच कराने की हिम्मत जुटाऐं। वरिष्ठ नेता शर्मा ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि भाजपा की गलत नीतियों के कारण आज दुनिया में भारत का सर शर्म से झुक रहा है। भाजपा के प्रवक्ता द्वारा पैगम्बर को लेकर की गई टिप्पणी ने भारत को शर्मसार किया है। एक कतर जैसा छोटा सा देश हमारे राजदूत को तलब करने की हिम्मत दिखा रहा है। इस सबके जिम्मेदार भाजपा के लोग ही हैं जो कि धर्म के नाम पर इंसानियत के टुकड़े-टुकड़े करने पर उतारू हैं।
देश और प्रदेश में शासित सरकार किन्हीं तालिबानियों से कम नहीं है। इस सरकार ने देश में अनादिकाल से चले आ रहे भाईचारे के सौहार्द्पूर्ण वातावरण को खण्डित किया है। हालात यह हैं कि सरकार की कूटनीति के चलते देश कई धर्मों में बंट चुका है जबकि अब से पहले अनेकता में एकता हमारे देश की पहचान हुआ करती थी। वरिष्ठ नेता जगजीत शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्र की सरकार मात्र एक जुमला सरकार साबित हुई है। राम-रहीम और मंदिर-मंस्जिद के नाम पर भाजपा के लोगों ने देश की शांति भंग कर मात्र अपने वोट बटोरने का काम किया है। अंग्रेजों की तरह ही फूट डालो-राज करो की नीति पर चलते हुए भाजपा अपने निजी हित साधने में जुटी हुई है।
जगजीत के अनुसार आमजन मानस से जुड़े हुए कार्यों से इनका कोई सरोकार नहीं है, बल्कि इनके लिए निजी हित ही सर्वोपरी हैं। इनकी गलत नीतियों के चलते ही देश का आलम यह है कि इंसान, इंसान को ही शक की नजर से देखने लगा है। लेकिन इनके देेश बांटने के मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे। क्योंकि चंद लोगों को छोड़ दिया जाये तो सभी धर्मों में आपसी प्रेम-प्यार अटूट है। आज भी हिन्दु हो या मुस्लमान, सिख हो या इसाई सभी देशभक्ति से ओत-प्रोत हैं। कांग्रेसी नेता के अनुसार भाजपा का पुरजोर प्रयास है कि मुसलमानों को हिन्दुओं के प्रति और हिन्दुओं को मुसलमानों के प्रति भड़का कर राज में बने रहना है, लेकिन हमारे देश के नागरिक इनके मंसूबों को भलीभांति पहचान चुके हैं, और वह दिन दूर नहीं है जब लोग भाजपा को सत्ता से उखाड़ फैंकने का काम करेंगे।
इस अवसर पर पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ता सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन में मौजूद रहे। प्रदर्शन शांतिपूर्वक था लेकिन थोडी देर बाद ही दिल्ली पुलिस के तीन दर्जन से ज्यादा जवान प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष से प्रदर्शन को समाप्त करने की अपील करने लगे लेकिन जब राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदर्शन जारी रखा तो पुलिस के आला अफसर भारी पुलिस बल के साथ प्रदर्शन स्थल पर एकत्रित हो गए। प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास की तरफ कूच करना चाहते थे लेकिन पुलिस बल ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया और बाद में जगदीश शर्मा ने सांकेतिक प्रदर्शन को कांग्रेस मुख्यालय पर समाप्त कर कार्यकर्ताओं से अगले प्रदर्शन करने का आदेश जारी कर दिया।