कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने जारी की अधिसूचना,तीन अक्तूबर आनलाइन होंगी परीक्षा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 29 सितंबर। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार बी.ए./बी.एस.सी. प्रथम वर्ष (प्राइवेट व दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय) के विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षाएं 3 अक्तूबर से आयोजित करने का निर्णय लिया हुआ है जिसके लिए विश्वविद्यालय द्वारा संबंधित सभी विद्यार्थियों को वैबसाइट के माध्यम से समय रहते ही सूचित कर दिया गया था।
इस बारे जानकारी देते हुए परीक्षा नियंत्रक डॉ. हुकम सिंह ने बताया कि तकनीकी समस्या व विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए उक्त परीक्षाएं 3 अक्तूबर से ऑनलाइन आयोजित करने का निर्णय लिया गया है जोकि विद्यार्थियों के लिए सार्थक सिद्ध होगा।
उन्होंने बताया कि सभी विद्यार्थियों के संशोधित अनुक्रमांक विश्वविद्यालय की वैबसाइट Onlinepaper.kuk.ac.in पर अपलोड कर दिए गए हैं जिसमें उनकी नई ई-मेल आईडी भी वर्णित की गई है। उपरोक्त ई-मेल पर प्राइवेट व दूरवर्ती पाठ्यक्रमों के विद्यार्थी अपनी 20 पेज की उत्तर-पुस्तिका अपलोड कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि इन वार्षिक पाठ्यक्रमों की परीक्षाओं के सफल संचालन हेतु अब ऑनलाइन उत्तर-पुस्तिका भेजने के लिए 27 नोडल परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं और इन सभी परीक्षा केन्द्रों की ई-मेल आईडी के साथ-साथ वैकल्पिक ई-मेल आईडी भी दर्शाई गई है। इसके साथ ही विद्यार्थियों की सुविधाओं के मद्देनजर सभी परीक्षा केन्द्रों के टैलीफोन नंबर भी उक्त वैबसाइट पर उपलब्ध हैं।
डॉ. सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा सितम्बर माह में स्नातक/स्नातकोतर/इंजीनियरिंग व बी.एड. आदि की जो भी परीक्षाएं संचालित कराई गई हैं, ये सब परीक्षाएं अंतिम चरण में हैं।
डॉ. सिंह ने बताया कि सभी विभागों/कॉलेजों/संस्थानों को उत्तर-पुस्तिका के मूल्यांकन हेतु निर्धारित किया गया संशोधित अवार्ड परफार्मा पहले ही भेजा जा चुका है।
उन्होंने बताया कि सभी अवार्ड्स (विद्यार्थियों द्वारा परीक्षा में प्राप्त किए गए अंक) ऑनलाईन फीडिंग करने हेतु विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किए गए सॉफटवेयर से भी उन्हें परिचित करा दिया गया है, जिसके माध्यम से सभी नियमित, प्राइवेट व दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय के विद्यार्थियों की अवार्ड्स विश्वविद्यालय में कुछ ही मिनटों में ऑनलाईन फीड हो जाएगी ताकि परीक्षा परिणाम घोषित करने में किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।