पहली लड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के अखंड पाठ आरंभ
भारी तदाद में संगत ने शीश नवाकर गुरु चरणों में की अरदास
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। साहिब श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी महाराज का प्रकाश उत्सव श्रद्धाभाव व उत्साह के साथ ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी में आरंभ हो गया। समागम की शुरुआत गुरु चरणों में अरदास के साथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के श्री अखंड पाठ साहिब की पहली लड़ी से हुई। इससे पहले भारी तदाद में गुरुद्वारा साहिब पहुंची संगत श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के समक्ष शीश नवा कर अरदास की।
शुभारंभ अवसर पर बाबा दर्शन सिंह कार सेवा वाले, एसजीपीसी की धर्म प्रचार कमेटी के मैंबर तजिंदर सिंह लाडवा, शिरोमणि अकाली दल हरियाणा के प्रदेश प्रवकता कवलजीत सिंह अजराना, शिरोमणि अकाली दल हरियाणा महिला विंग की प्रदेशाध्यक्षा बीबी रविंदर कौर अजराना, एसजीपीसी सब ऑफिस उपसचिव सिमरजीत सिंह कंग, शिअद जिला प्रधान जरनैल सिंह बोडी, शहरी प्रधान तजिंदर सिंह मक्कड़, सिख मिशन हरियाणा प्रभारी ज्ञानी मंगप्रीत सिंह, सब आफिस इंटर्नल एडिटर बेअंत सिंह, लीगल सहायक राजपाल सिंह, मैनेजर अमरिंदर सिंह, जज सिंह, सुखविंदर सिंह अन्य मौजूद रहे।
गुरुद्वारा साहिब पहुंची संगत ने नाम सिमरन करते हुए समागम में शिरकत की और श्री अखंड पाठ साहिब शुरु होने पर एकाग्र होकर पाठ श्रवण कर आनंद लिया। इस दौरान गुरुद्वारा साहिब के हैड ग्रंथी भाई गुरदास सिंह ने गुरु चरणों में अरदास की, जबकि मंच का संचालन भाई गुरपाल सिंह ने किया। संगत से रूबरू होते हुए धर्म प्रचार कमेटी के मैंबर तजिंदर सिंह लाडवा ने कहा कि वैश्विक महामारी के बाद दोबारा से गुरु साहिब के प्रकाश उत्सव पर समागम करवाना अत्यंत खुशी का मौका है। उन्होंने संगत को इसके लिए बधाई देते हुए आह्वान किया कि वे सभी अपने बच्चों को गुरबाणी से जुडऩे के लिए प्रेरित करते रहें। समागम के दौरान एसजीपीसी सब ऑफिस उपसचिव सिमरजीत सिंह ने प्रबंध का जायजा लेते हुए कर्मचारियों को ड्यूटी में किसी भी प्रकार की कौताही न बरतने की नसीहत भी दी।
उधर कार्यक्रम आरंभ होने से पहले गुरुद्वारा साहिब में संगत द्वारा ठंडे पानी और जलजीरा की छबील भी लगाई, तांकि समागम में पहुंचने वाली गुरु प्यारी संगत को भीष्ण गर्मी से राहत मिल सकें। काबिलेजिक्र है कि यह समागम १५ जून तक चलेगा, जिसके अंतर्गत श्री अखंड पाठ साहिब की तीन लडिय़ां होंगी और १४ जून को महान नगर कीर्तन सजाया जाएगा, जिसमें भारी गिनती में संगत शामिल होगी। इसके अलावा १५ जून को धार्मिक दिवान सजाया जाएगा, जिसमें सिख पंथ के प्रसिद्ध रागी व ढाडी जत्थे संगत को गुरु इतिहास से जोड़ेंगे।