तहसीलदार द्वारा 2 दिन में रास्ते का कब्जा दिलवाने के आश्वासन पर टंकी से उतरा ग्रामीण
डॉ. प्रदीप गोयल/न्यूज डेक्स संवाददाता
शाहाबाद। निकटवर्ती गांव बड़ाम में कच्चे रास्ते (गौहर) की निशानदेही करवाने की मांग को लेकर एक ग्रामीण पानी की टंकी पर चढ़ गया।यह समाचार पूरे गांव में जंगल की आग की तरह फैल गया। देखते ही देखते ग्रामीण के परिजन और भारी संख्या में गांववासी पानी की टंकी के नीचे पहुंच गए। वे टंकी पर चढ़े व्यक्ति को नीचे उतरने की गुहार लगाते रहे।सूचना मिलने पर थाना झांसा के प्रभारी सतपाल के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा और टंकी पर चढ़े ग्रामीण से बातचीत शुरू की।टंकी पर चढ़े व्यक्ति की पहचान गांव वासी जूना राम के रूप में हुई।
जूना राम की पत्नी रानी देवी ने आरोप लगाया कि एसडीएम कोर्ट द्वारा फैसला जूना राम के हक में देने के बावजूद तहसीलदार उन्हें कब्जा नही दिलवा पाए। सोमवार को जब नायब तहसीलदार अभिमन्यु गांव में पहुंचे, तो उल्टा जूना राम और उसके परिवार को धमका कर चले गए। इससे तैश में आकर जूना राम पानी की टंकी पर चढ़ गया। बाद में मौके पर पहुंचे तहसीलदार अजीत सिंह द्वारा समझाने और 2 दिन में उन्हें कब्जा दिलवाने का आश्वासन के बाद जूना राम पानी की टंकी से नीचे उतरा। इस तरह भीषण गर्मी के बावजूद जूना राम करीब 4 घंटे तक पानी की टंकी पर बैठा रहा। घरवाले और पुलिस प्रशासन उसे नीचे उतरने की विनती करता रहा, लेकिन वह अपनी बात मनवाने की जिद पर अड़ा रहा। जूना राम के सही सलामत पानी की टंकी से नीचे उतरने के बाद पुलिस प्रशासन और ग्रामीणों ने चैन की सांस ली।