श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के समक्ष भारी तदाद में संगत ने नवाया शीश
पारपंरिक वेशभूषा में पंज प्यारों की सेवा के लिए उमड़ी संगत
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। मीरी-पीरी के मालिक साहिब श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी महाराज के प्रकाश उत्सव पर महान नगर कीर्तन सजाया गया। धर्मनगरी के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी से मंगलवार को सजाए गए इस महान नगर कीर्तन की शुरुआत शबद कीर्तन और बोले सो निहाल सत् श्री अकाल की गूंज के साथ हुई। इससे पहले भाई गुरपाल सिंह ने गुरु चरणों में अरदास की, जबकि मंच का संचालन हैड ग्रंथी भाई गुरदास सिंह ने किया। हजारों की तदाद में संगत ने फूलों से सुसज्जित श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज की पालकी साहिब के समक्ष शीश नवाया। ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब से जैसे ही श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज की छत्रछाया और पंज प्यारों की अगुवाई में महान नगर कीर्तन आरंभ हुआ, तो नतमस्तक होने के लिए संगत का हजूम उमड़ पड़ा।
इस दौरान बाबा दर्शन सिंह, शिरोमणि अकाली दल महिला विंग की प्रदेशाध्यक्षा बीबी रंविदर कौर, धर्म प्रचार कमेटी श्री अमृतसर के मैंबर जत्थेदार तजिंदरपाल सिंह ढिल्लो, शिअद प्रदेश प्रवकता कवलजीत सिंह अजराना, शिअद जिला प्रधान जरनैल सिंह बोढी, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सब ऑफिस के उपसचिव सिमरजीत सिंह कंग, प्रभारी परमजीत सिंह दुनियामाजरा, सिख मिशन हरियाणा प्रभारी मंगप्रीत सिंह व सहायक प्रभारी जसबीर सिंह लौगोंवाल, सब ऑफिस इंटर्नल एडिटर बेअंत सिंह, गुरुद्वारा के मैनेजर अमरिंदर सिंह, पटवारी तजिंदरपाल सिंह स्याहपोश, शिअद कुरुक्षेत्र के जिला शहरी प्रधान तजिंदर सिंह मक्कड़ सहित अन्य मौजूद रहे। नगर कीर्तन में उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान की संगत विशेष रूप से शामिल हुई, जबकि कुरुक्षेत्र जिला की संगत ने भी उत्साहपूर्वक परिवार समेत गुरु साहिब के समक्ष हाजिरी भरी तथा विभिन्न स्थानों पर ठंडे पानी, जलजीरा, कुल्फी और अन्य खाद्य पदार्थों के स्टाल लगाकर सेवा की।
यह नगर कीर्तन रेलवे रोड, कुटिया वाली गली, गुलजारी लाल नंदा मार्ग, किला तेज प्रताप सिंह, छोटा बाजार, पुरानी सबजी मंडी, शास्त्री मार्किट, बिडला मंदिर से होकर गुरुद्वारा साहिब में संपन्न हुआ। समापन अवसर पर संगत ने रंग बिरंगी आतिशबाजी कर खुशी का इजहार किया। सब आफिस उप सचिव सिमरजीत सिंह कंग ने बताया कि श्री अखंड पाठ साहिब की तीसरी व अंतिम लड़ी का समापन १५ जून को होगा। इसके अलावा इसी दिन दोपहर को धार्मिक दीवान सजाया जाएगा, जिसमें पंथ के प्रसिद्ध रागी व ढाड़ी जत्थे गुरबाणी तथा गुरु इतिहास से संगत को जोड़ेंगे। इसी के साथ-साथ ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही सातवीं में अमृत संचार कार्यक्रम भी होगा।