मानव मित्र मंडल द्वारा आजादी के अमृतोत्सव एवं महारानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस कार्यक्रम
मानव मित्र मंडल कुरुक्षेत्र द्वारा मातृशक्ति सम्मान एवं छात्र प्रोत्साहन समारोह मातृभूमि सेवा मिशन के फतुहपुर स्थित आश्रम परिसर में संपन्न
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। आजादी के अमृतोत्सव एवं महारानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में मानव मित्र मंडल कुरुक्षेत्र द्वारा मातृशक्ति सम्मान एवं छात्र प्रोत्साहन समारोह मातृभूमि सेवा मिशन के फतुहपुर स्थित आश्रम परिसर में आयोजित संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ यमुनानगर के नगराधीश अशोक कुमार, जिला परियोजना समन्वयक करुक्षेत्र, विनोद कौशिक, मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र एवं मानव मित्र मंडल के प्रधान डॉ. रामरत्न शर्मा ने संयुक्त रूप से योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण एवं भारतमाता के चित्र पर पुष्पार्चन एवं दीपप्रज्जवलन से किया। इस अवसर पर मानव मित्र मंडल कुरुक्षेत्र की ओर से मातृशक्ति डॉ. अनिता नैन, डॉ. सुशीला चौहान, डॉ. माधविका मदान, डॉ. अनीता गोयल, डॉ. दीप्ति रोहिला, डॉ. सीमा सिंह, श्रीमती समीना चिब, मीना कल्याण, रेणु खुग्गर, गायत्री कौशल, सुमिता शर्मा, राजकुमारी पंवार, कुमारी स्तुति शर्मा एवं कुरुक्षेत्र की नवनियुक्त न्यायाधीश कुमारी प्रियंका वर्मा को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मातृभूमि शिक्षा मंदिर के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि यमुनानगर के नगराधीश अशोक कुमार ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरुक होना चाहिए। आजादी के 75वर्ष बीत जाने के बाद भी आज महिलाएं अत्याचार एवं शोषण का शिकार हो रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन महिलाओं को जागरुक करते हैं और उनके अंदर आत्मविश्वास पैदा करते हैं। उन्होंने व्यक्तिगत स्तर पर किसी भी प्रकार के प्रशासनिक कार्य में अपना सहयोग देने संकल्प लिया। वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई का अद्भुत शौर्य एवं पराक्रम पूरी दुनिया की मातृशक्ति के लिए गौरव और स्वाभिमान का प्रतीक है।
मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा कि आजादी के आंदोलन में मातृशक्ति का बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई जैसी शौर्य संपन्न मातृशक्ति ने न केवल आजादी के आंदोलन का सूत्रपात किया बल्कि इस आंदोलन में असंख्य लोगों को अपनी भूमिका निभाने की प्रेरणा दी। भारत संसार का अति प्राचीन राष्ट्र हैं। भारत आदि काल से मातृशक्ति का उपासक रहा है। बिना मातृशक्ति के सशक्तिकरण के आत्मनिर्भर भारत का निर्माण नहीं हो सकता।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विनोद कौशिक ने कहा कि महारानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम की सराहना की। आज भी लक्ष्मीबाई के पद्चिन्हों पर समाज के युवा पीढ़ी को चलने की आवश्यकता है। जिस प्रकार से उन्होंने मातृभूमि भारत की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया, उसी प्रकार आज हम सबको आजादी को बरकरार रखने के लिए अपना सहयोग देने की आवश्यकता है। तभी हम आजादी का अमृत महोत्सव को सही मायने में मना पाएंगे।
मानव मित्र मंडल के प्रधान डॉ. रामरत्न शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया और मंडल की वार्षिक गतिविधियों की जानकारी प्रदान की। उन्होंने मातृशक्ति को नमन करते हुए कहा कि जहां नारियों की पूजा होती है वहीं देवताओं का निवास होता है। हम अपने बच्चों को बचपन से ही अच्छे संस्कार प्रदान करने चाहिए ताकि एक अच्छे समाज का निर्माण हो सके।
कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ. अनिता नैन एवं आभार ज्ञापन डॉ. अनीता गोयल ने किया। कार्यक्रम में भारतेन्दु, देवेन्द्र शर्मा, नरेश सैनी, सतपाल कल्याण, दीपक चिब, सुनील शर्मा, आदेश कुमार, नसीब, अंजलि, नमित, विनोद भुक्कल, धर्मपाल सैनी, राघव गर्ग, गुरप्रीत सिंह सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे। इस अवसर पर मानव मित्र मंडल द्वारा मातृभूमि शिक्षा मंदिर के विद्यार्थियों को पाठय सामग्री वितरित की गई।