डॉ. प्रदीप गोयल/न्यूज डेक्स संवाददाता
शाहाबाद। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक तथा गत मास इंग्लैंड की ऐशक्राफ्ट यूनिवर्सिटी द्वारा डी.एस.सी की मानद डिग्री से सम्मानित डॉ कुलदीप सिंह ढींडसा का कहना है कि हरियाणा में वायु प्रदूषण के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गुरुग्राम और फरीदाबाद हरियाणा के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर बन चुके हैं। डॉ. ढींडसा ने बताया कि गत सप्ताह गुरुग्राम का ऐयर क्वालिटी इंडेक्स 364 दर्ज किया गया तथा फरीदाबाद का 302 रहा। ज्यादातर जिलों में हवा की गुणवत्ता मध्यम यानि संतोषजनक श्रेणी में दर्ज की गई। गत सप्ताह हिसार की वायु गुणवत्ता 215, पानीपत की 197, सोनीपत 177, जींद 160 और रोहतक 162 दर्ज हुआ जोकि मध्यम से खराब तक की श्रेणी में आते हैं।
डॉ. ढींडसा ने बताया ऐयर क्वालिटी इंडेक्स 0-50 को अच्छी श्रेणी, 51 से 100 को संतोषजनक श्रेणी, 101 से 200 को मध्यम, 201 से 300 को खराब, 301 से 400 को अत्यंत खराब, 401 से 500 को गंभीर तथा 500 से अधिक अति गंभीर माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार हवा में मौजूद बारीक कण, ओजोन, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रिक ऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं।डॉ. ढींडसा ने सरकार से आग्रह किया है कि वह वायु की गुणवत्ता सुधारने के लिए वैज्ञानिकों की सहायता से एक सक्षम नीति बनाए ताकि नागरिकों को शुद्ध वायु मिल सके।