न्यू डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 30 सितंबर। उत्तर करोलिना केन्द्रीय विश्वविद्यालय, करोलिना, अमेरिका के प्रो. राकेश मल्होत्रा ने कहा कि हम आज 21वी शताब्दी में मशीनों व मनुष्य के बीच संघर्षपूर्ण है जिस संघर्ष में मनुष्य के द्वारा निर्मित मशीन ही मनुष्य को हराने में लगी है। वे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में पंचवर्षीय विधि संस्थान व यूजीसी मानव संसाधन विकास केन्द्र के संयुक्त तत्वाधान में चल रहे द्विसाप्ताहिक आनलाईन रिफ्रेशर कोर्स के दसवें दिन टैक्नालाजी से डेटा कैप्चर व सूचना सांझाकरण के महत्वपूर्ण योगदान पर बोल रहे थे।
उन्होंने अपने व्यक्तव्य में आज के टैक्नालाजी से भरे आधुनिक समाज के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि आज के आधुनिक युग में मनुष्य ने अति आधुनिक मशीनों का निर्माण कर दिया है जिसके परिणामस्वरूप यही मशीन उसकी दैनिक गतिविधियों का लेखाजोखा समायोजित करती है तथा मनुष्य के लिए खतरा पैदा करती है।
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, नागपुर के कुलपति प्रो. विजेन्द्र कुमार के अभिभाषण का विषय समकालीन समाज में फैमिली कानून का अध्यापन रहा। उन्होंने प्रतिभागियों को बताया कि सभी अध्यापकों को अपने कक्षाओं में सीखने का माहौल बनाने तथा विद्यार्थियों को प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा ताकि सही मायने में शिक्षण का उद्देश्य पूरा हो सके।
राजीव गांधी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी पटियाला के कुलसचिव डॉ. नरेश वत्स ने अभिभाषण में कोविड-19 महामारी के दौर में कृत्रिम बुद्धिमता व सामाजिक आवश्यकता के बारे में प्रतिभागियों से चर्चा की। उन्होंने अपने व्यक्तव्य में कृत्रिम बुद्धिमता से सम्बन्धित कानून व उनके उपयोग पर विस्तारपूर्ण चर्चा की। एडवोकेट राजेश कुमार सयोराण, पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट, चंडीगढ़ ने अपने व्यक्तव्य ने एनडीपीएस एक्ट के बारे में चर्चा की। उन्होंने बताया यह एक्ट, 1985 में संसद में पास किया था, यह कानून किसी व्यक्ति को मादक दवाओं के निर्माण, उत्पादन, खेती, स्वामित्व, खरीद, भंडारण, परिवहन व उपयोग करने के लिए प्रतिबंधित करता है।
सभी प्रतिभागियों ने सभी सत्रों में बड़ी ही सक्रियता से भाग लिया तथा डॉ. नीलम शर्मा, डॉ. कुलदीप, डॉ. नीरज, डॉ. सुरेन्द्र जागलान, डॉ. सुलोचना आदि ने विषय विशेषज्ञों से प्रश्न पूछे। कोर्स संचालक डॉ. नीरज बातिश ने बताया कि डॉ. शिखा सैनी व डॉ. सुनील दत्त ने कल के सत्रों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। डॉ. संयोगिता ठाकुर व डॉ. नवीन गहलावत ने आज के सत्रों में मंच संचालन किया।