आम आदमी पार्टी किसी और ही हवा में है -डा.हरीश रंगा
डा.रंगा ने कहा पुण्य हो गई,धन्य हो गई,देख यह आंख हमारी,घोड़ों पर अब गधे कर रहे कैसी शान सवारी
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।दो माह पहले आम आदमी पार्टी में शामिल हुए पूर्व आईजी (जेल) डा.हरीश कुमार रंगा आज उस भार से मुक्त हो गए,जो अभी केजरीवाल की पार्टी ने उन्हें दिया नहीं था।उन्होंने बेहद शालीनता के साथ टेबल पर रखी आम आदमी पार्टी की टोपी हाथ में उठाकर दिखाई। इसके बाद कहा कि वह इस पार्टी को अलविदा कह कर भारमुक्त हो हो रहे हैं।पार्टी छोड़ने के बाद वह काफी हलका महसूस कर रहे है। उन्होंने कहा कि वह साहित्यकार हैं, रचनाकार,शिक्षण संस्थानों में मोटिवेशनल स्पीच देते हैं। नशे के खिलाफ काफी काम किया है। उन्हें अच्छा लगता अगर उनकी योग्यताओं और अनुभव का लाभ आम आदमी पार्टी उठाती,मगर यह हुआ नहीं।
यूट्यूब पर अपना दर्द बयां करते हुए उन्होंने बताया है कि वह केजरीवाल से प्रभावित थे और आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी,ताकि रिटायर होने के बाद राष्ट्र के लिए कुछ काम कर सकूं। मैने पार्टी को साफ कहा था कि मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता। पार्टी में सेवा करना चाहता हूं। मेरे पद और कद के अनुरुप वह पार्टी में जो भी जिम्मा देंगे,वह उसे स्वीकार कर काम करेंगे।इसके बाद उन्होंने पार्टी में जो देखा उससे आहत हुआ। उन्होंने पूर्व विधायक बंताराम वाल्मीकि के खिलाफ आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया ग्रुप पर की जा रही आपत्ति जनक टिप्पणियों पर कड़ा एतराज जताया। डा.रंगा का कहना है कि कुछ धनबल वाले लोग पार्टी के बड़े नेताओं को गुमराह करके अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते है।इसी तरह के लोगों की वजह से कुरुक्षेत्र में केजरीवाल की रैली में पार्टी को समर्पित लोगों को नजरंदाज किया था।
थानेसर विधानसभा सीट से 2019 में आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ चुके सुमीत हिंदुस्तान के बारे में भी उन्होंने बताया कि वह मेहनती हैं,लेकिन उन्हे भी नजरंदाज किया जा रहा है।डा.रंगा यहां तक बोले हैं कि वह सुमीत हिंदुस्तानी के कहने पर ही आम आदमी पार्टी में आए थे। डा.रंगा की पीड़ा बहुत ज्यादा थी।वह आम आदमी पार्टी पर अपनी पीड़ा जाहिर करते चले गए। डा.रंगा ने आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता पर कहा कि उन्होंने उनका फोन तक नहीं उठाया।पार्टी के किसी बड़े नेता ने मान सम्मान देना तो दूर चाय पर भी नहीं बुलाया। इसलिए पार्टी छोड़ रहे हैं।