प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहवान पर 14 अगस्त 2022 को कुरुक्षेत्र में पंचनद स्मारक ट्रस्ट की तरफ से मनाया जाएगा
विभाजन विभीषिका कार्यक्रम, मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई में होगा देश का पहला ऐतिहासिक कार्यक्रम
शहीदी स्मारक के लिए मुख्यमंत्री ने स्वयं पुश्तैनी जमीन बेचकर ट्रस्ट को दी 1 एकड़ जमीन
देशभर से डेढ़ लाख लोगों के पहुंचने की संभावना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वयं मुख्यमंत्री देंगे कार्यक्रम के लिए नियंत्रण
विधायक सुभाष सुधा ने चंडीगढ़ में कई विधायकों के साथ की तैयार की रूपरेखा
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।पंचनद स्मारक ट्रस्ट के प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र के ऐतिहासिक पन्नों में हिन्दुस्तान-पाकिस्तान विभाजन के समय करीब 10 लाख लोगों की शहादत की याद में बनने वाला स्मारक भी स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। इन ऐतिहासिक पन्नों में एक नया अध्याय जोडऩे के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई में स्मारक निर्माण का कार्य पंचनद स्मारक ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। अहम पहलू यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली लाल किले से 14 अगस्त के दिन को विभाजन विभीषिका दिन के रुप में मनाने की घोषणा की थी। इस घोषणा के अनुसार ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से 14 अगस्त 2022 को पंचनद स्मारक ट्रस्ट की तरफ से विभाजन विभीषिका दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वयं अपनी पुश्तैनी जमीन बेचकर 1 एकड़ जमीन कुरुक्षेत्र मसाना में पंचनद स्मारक ट्रस्ट को भेंट की है।
विधायक सुभाष सुधा मंगलवार को चंडीगढ़ में 14 अगस्त को पंचनद स्मारक ट्रस्ट की तरफ से मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई में मनाए जाने वाले विभाजन विभीषिका दिवस को लेकर विधायकों की एक बैठक में बातचीत कर रहे थे। इससे पहले विधायक सुभाष सुधा, यमुनानगर से विधायक घनश्याम अरोड़ा, पानीपत से विधायक प्रमोद विज, हांसी से विधायक विनेाद भ्याना, जींद से विधायक कृष्ण मिड्ढा व भारत भूषण भारती ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल व महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव महाराज की अगुवाई में 14 अगस्त 2022 को कुरुक्षेत्र में पंचनद स्मारक ट्रस्ट की तरफ से मनाए जाने वाले विभाजन विभीषिका कार्यक्रम के प्रबंधों और तैयारियों की रूपरेखा पर विचार-विमर्श किया। सभी विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी देंगे और 14 अगस्त के विभाजन विभीषिका कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए कुरुक्षेत्र में पहुंचेंगे।
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान के विभाजन के समय में अनुमान लगाया कि पंजाबी समुदाय के साथ-साथ अन्य समाज के करीब 10 लाख लोग शहीद हुए थे। इन लोगों के बलिदान को पंजाबी समुदाय कभी भुला नहीं पाया है और ना ही इनकी स्मृति में देश में कहीं भी स्मारक नहीं बनाया गया। इस स्मारक के निर्माण कार्य को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पंचनद स्मारक ट्रस्ट से स्वामी धर्मदेव जी महाराज के अगुवाई में रूपरेखा तैयार की गई और वर्ष 2015 में शहीदी स्मारक बनाने की योजना को अमलीजामा पहनाने का काम किया गया। इसी दिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी पुश्तैनी जमीन बेचकर 1 एकड़ गांव मसाना में खरीद कर दी। अब गांव मसाना में शहीदी स्मारक बनाने के लिए करीब 25 एकड़ जमीन उपलब्ध है। यह जमीन सरकार को दान में दी जाएगी और सरकार द्वारा इस जमीन पर शहीदी स्मारक व संग्रहालय का निर्माण किया जाएगा। यह स्मारक एवं संग्रहालय में अपने-आप में एक अनोखा स्मारक बनेगा, जिसे देखने के लिए देश के कोने-कोने से लोग आएंगे।
उन्होंने कहा कि पंचनद स्मारक ट्रस्ट की तरफ से 14 अगस्त 2022 को पिपली या कुरुक्षेत्र अनाज मंडी में विभाजन विभीषिका दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया जाएगा और मुख्यमंत्री मनोहर लाल स्वयं प्रधानमंत्री को निमंत्रण देंगेे। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के पहुंचने की पूरी संभावना है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री निश्चित रूप से किसी न किसी मोड में जरुर जुड़े रहेंगे। इस कार्यक्रम में देशभर से करीब डेढ लाख लोग पहुंचेंगे और देश के इस प्रकार के पहले कार्यक्रम की तमाम तैयारियां मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई में ही की जाएंगी। इस कार्यक्रम को लेकर अभी हाल में ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मसाना में शहीदी स्मारक ट्रस्ट की जमीन का निरीक्षण किया और संत जनो से कार्यक्रम को लेकर विचार-विमर्श भी किया। इस आयोजन को सफल ऐतिहासिक और यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। यह कार्यक्रम करीब 10 लाख लोगों को श्रद्धांजलि देने वाला कार्यक्रम होगा।