हाथरस में हुई घिनौनी वारदात का सर्वखाप महापंचायत महिला विंग ने की निंदा
डा.दहिया ने कहा को हाथरस में जो हरकत वैसी तो तालिबानी भी नहीं करते
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र,1 अक्तूबर। हाथरस में हुई घिनौनी वारदात और पीड़िता के आधी रात को बलपूर्वक कराये गये अंतिम संस्कार का सर्वखाप महापंचायत महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संतोष दहिया ने कड़े शब्दों में विरोध किया है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान बेटियों के लिए असुरक्षित देश बनता जा रहा है।
डा.दहिया ने कहा कि आए दिन बेटियों के साथ इस तरह की घिनोनी हरकत से हर देशवासी आहत है। हर देशवासी का गुस्सा जायज है क्योंकि हर घर में बेटी है देश की एक बेटी के साथ इस तरह का क्रूरतम बर्ताव किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए क्योकि हर घर मे बेटी है। डॉक्टर संतोष दहिया ने कहा कि क्या बेटी होना गुनाह है।
उन्होंने कहा कि मनीषा के साथ दरिंदगी करने वाले क्रिमिनल को जल्द से जल्द फांसी की सजा होनी चाहिए। और पुलिस कर्मियों के विरुद्ध भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए जिन्होंने बिना मां बाप की परमिशन के रात के ढाई बजे उस बच्ची का दाह संस्कार किया। हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार शाम को सूरज छिपने के बाद किसी भी तरह से संस्कार नहीं की जा सकता फिर वो कौन लोग हैं जिनके दबाव में रात को ढाई बजे यह सब किया।
डा.दहिया ने पुलिस प्रशासन के रवैये पर कहा कि उस बच्ची के माता पिता गाड़ी के सामने लेट गए, बच्ची को देखने की गुहार लगाते रहे, चीखते चिल्लाते रहे, अपनी बच्ची को आखिरी बार देखने का अनुरोध करते रहे ,लेकिन किसी भी पुलिसकर्मी ने उनकी एक ना सुनी और उन्हें उस लाश से बहुत दूर रखा और आनंन फानन में उसका दाह संस्कार कर दिया। अरे ऐसा जुल्म तो तालिबानी भी नहीं करते होंगे।
सर्वखाप ने मांग की कि है कि उन पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि रक्षक ही भक्षक बनेंगे फिर बचाएगा कौन ? डीसी को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। ओमप्रकाश जिला प्रधान सर्व कर्मचारी संघ, ने कहा कि अपराधियों को 6 महीने के भीतर सजा-ए-मौत देनी चाहिए। सुभाष परचा, अनिल रंगा,पवन छात्रा बबीता अनीता सुनीता राम भतेरी रमेश भरतपुर अनिल राजू कमला आदि भारी संख्या में लोग मौजूद थे