Friday, November 22, 2024
Home Kurukshetra News संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आजादी का अमृत महोत्सव- 22वां भारत रंग महोत्सव 2022 का उद्घाटन किया

संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आजादी का अमृत महोत्सव- 22वां भारत रंग महोत्सव 2022 का उद्घाटन किया

by Newz Dex
0 comment

एनएसडी को गुमनाम नायकों से जुड़ी घटनाओं पर आधारित नाटक तैयार करना चाहिए और देश के नागरिकों के सामने उनके साहस और बहादुरी की गाथाओं से अवगत कराना चाहिए: अर्जुन राम मेघवाल

न्यूज डेक्स इंडिया

दिल्ली। भारत सरकार का संस्कृति मंत्रालय भारत की आजादी के 75वें वर्ष को आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। इस अवसर पर, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय(एनएसडी), नई दिल्ली की ओर से 16 जुलाई से 14 अगस्त 2022 तक “आजादी का अमृत महोत्सव – 22वां भारत रंग महोत्सव, 2022 (आजादी खंड)” नामक एकउत्सव  आयोजित किया जा रहा है, जो हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए “आजादी का अमृत महोत्सव 2022” केतहत किया जा रहा है। भारत सरकार के संसदीय कार्य एवं संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस उत्सव के शुरुआती कार्यक्रम का उद्घाटन किया। पद्मश्री से सम्मानित और प्रसिद्ध भारतीय लोक गायिका मालिनी अवस्थी और अरविंद कुमार तथा संस्कृति मंत्रालय के निदेशक भी इस अवसर पर उपस्थित लोगों में शामिल थे।

इस अवसर पर अपने संबोधन में अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के कई गुमनाम नायक हैं जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लियाहै, फिर भी वे हमारे स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास का हिस्सा नहीं बन पाए हैं। एक उदाहरण देते हुए उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 1913 में मानगढ़ में, उस क्षेत्र कीजनजातियों को बेरहमी से प्रताड़ित किया गया और मार डाला गया, लेकिन अधिकांश लोग इस घटना से अच्छी तरह से अवगत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि थिएटरकार्यकर्ताओं और राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय को उन घटनाओं पर आधारित नाटक तैयार करने के लिए आगे आना चाहिए ताकि देश भर में ऐसे नायकों के बारे मेंनागरिकों को जागरूक किया जा सके और उनकी बहादुरी और साहस की गाथाओं से अवगत कराया जा सके।

मालिनी अवस्थी ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता सेनानियों की प्रशंसा में भारत के बड़े हिस्से में गाए जाने वाले विभिन्न लोक गीतों के बारे में बताया। ऐसे कई गीतोंको ब्रिटिश सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था, लेकिन लोक कलाकार उन्हें गाते रहे और इस तरह गुमनाम नायकों की गाथाओं को अगली पीढ़ी तक ले गए। राष्ट्रीयनाट्य विद्यालय के निदेशक प्रो. (डॉ.) रमेश चंद्र गौर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।उद्घाटन समारोह के बाद बंसी कौल द्वारा निर्देशित नाटक “अरण्यधिपति तांतिया मामा” का मंचन किया गया।

You may also like

Leave a Comment

NewZdex is an online platform to read new , National and international news will be avavible at news portal

Edtior's Picks

Latest Articles

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?
-
00:00
00:00
Update Required Flash plugin
-
00:00
00:00