ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी ने सर्वकल्याण एवं विश्व शांति के लिए किया रुद्राभिषेक
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ में देशभर में संचालित जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी द्वारा सावन महीने के पहले सोमवार के अवसर पर सर्वकल्याण की भावना से तथा विश्व शांति के लिए रुद्राभिषेक किया। इस मौके पर विद्यापीठ के ब्रह्मचारियों एवं विद्वान ब्राह्मणों ने मंत्रोच्चारण से एक हजार आठ बेलपत्रों के साथ यह रुद्राभिषेक सम्पन्न करवाया। इस मौके पर विद्यापीठ के ट्रस्टी भी मौजूद रहे। ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी द्वारा विश्व के दुर्लभ स्फटिक मणि शिवलिंग पर आरती की गई। ब्रह्मचारी ने बताया कि सावन महीने में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है और भोलेनाथ को बेलपत्र परमप्रिय है।
भगवान शिव के अंशावतार हनुमान जी को भी बेल पत्र अर्पित करने से प्रसन्न किया जा सकता है और लक्ष्मी का वर पाया जा सकता है। घर की धन-दौलत में वृद्धि होने लगती है। उन्होंने बताया कि सावन महीने का पूजन अधूरी कामनाओं को पूरा करता है। शिव पुराण अनुसार सावन महीने में शिवालय में बेलपत्र चढ़ाने से एक करोड़ कन्यादान के बराबर फल मिलता है। बेलपत्र का चमत्कारी वृक्ष हर कामना को पूरी करता है। यही नहीं उसके पत्तों को गंगा जल से धोकर उन्हें बजरंगबली पर अर्पित करने से तीर्थों का फल मिलता है। इसके बारे में तुलसीदास जी ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के मुख से कहलवाया है। इस अवसर पर जयराम विद्यापीठ में के. के. कौशिक एडवोकेट, श्रवण गुप्ता, टेक सिंह लौहार माजरा, पवन गर्ग, राजेश सिंगला, सुरेंद्र गुप्ता, प्राचार्य रणबीर भारद्वाज, रोहित कौशिक, सतबीर कौशिक इत्यादि भी मौजूद थे।