सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने शाहबाद सहकारी चीनी मिल में 60 केएलपीडी एथेनॉल प्लांट में उत्पादित एथेनॉल विक्रय कार्य का किया शुभारंभ
सहकारिता मंत्री बनवारी लाल, शुगर फेड के चेयरमैन रामकरण काला, उपायुक्त मुकुल कुमार ने मिल प्रांगण में किया पौधारोपण
न्यूज डेक्स संवाददाता
शाहाबाद। हरियाणा के सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि प्रदेश की शुगर मिलों में अलग-अलग प्रोजेक्ट लगाकर राज्य सरकार मिलों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने का काम कर रही है। इस योजना से जब शुगर मिलों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी तो गन्ना उत्पादन करने वाले किसानों को समय पर फसल का भुगतान मिलेगा। अहम पहलू यह है कि सरकार ने सभी सहकारी चीनी मिलों के गन्ना उत्पादकों का भुगतान कर दिया है और किसानों के खातों में सीधे पैसे जमा किए गए है।
सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल सोमवार को दि शाहबाद सहकारी चीनी मिल्ज लिमिटेड शाहबाद के 60 केएलपीडी एथेनॉल प्लांट में उत्पादित एथेनॉल विक्रय कार्य के उदघाटन कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल और उनके साथ शुगर फेड के चेयरमैन एवं शाहबाद विधायक रामकरण काला, उपायुक्त मुकुल कुमार, एमडी शुगर मिल राजीव प्रसाद ने एथेनॉल बिक्री कार्य का शुभारंभ करने केे लिए एथेनॉल के ट्रक को हरी झंडी देकर रवाना किया। इसके उपरांत सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने मिल के परिसर में पौधारोपण भी किया। इस कार्यक्रम के दौरान सहकारिता मंत्री ने मिल के सदस्यों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया। सहकारिता मंत्री ने गन्ना उत्पादकों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरकार सहकारी चीनी मिलों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए मिलों में नए प्रोजेक्ट स्थापित कर रही है। इसकी पहल पलवल, जींद, सोनीपत और कैथल शुगर मिलों से शुरू कर दी गई है। इसके अलावा पलवल, कैथल और महम शुगर मिलों में गुड़ और शक्कर बनाने का काम भी शुरु किया गया है तथा रोहतक शुगर मिल में रिफाइंड शुगर भी बनाना शुरु किया है। इससे मिलों को आय होगी और किसानों को गन्ने की फसल का जल्द भुगतान किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने गन्ने की फसल के सभी उत्पादकों की फसलों का भुगतान कर दिया है, किसी किसान की गन्ने की फसल से संबंधित कोई भी बकाया राशि नहीं है। इस विषय को जहन में रखते हुए सरकार ने 265 करोड़ रुपए के इनसिक्योर लोन का भी प्रावधान किया ताकि किसानों को फसलों का भुगतान समय पर किया जा सके। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेशानुसार मिलों में लगातार सुधार किया जा रहा है और रिकवरी रेट को बढ़ाने के लिए नई-नई वैरायटी का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शाहबाद सहकारी चीनी मिल भारत की सर्वोत्तम चीनी मिलों से एक मिल है। इस मिल ने पिछले पिराई सत्र 2021-22 में 73.15 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 7.39 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया। इस मिल में चीनी की रिकवरी 10.10 फीसदी रही और 4.76 करोड़ यूनिट की बिजली निर्यात करके 19.24 करोड़ रुपए की आय अर्जित की है। उन्होंने कहा कि मिल द्वारा पिराई सत्र 2022-23 में 80 लाख क्विंटल गन्ना पिराई, 11 फीसदी शुगर रिकवरी, 8.80 लाख क्विंटल चीनी व लगभग 5 करोड़ यूनिट बिजली निर्यात का लक्ष्य रखा है।
हरियाणा शुगर फेड के चेयरमैन एवं शाहबाद विधायक रामकरण काला ने मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि सहकारिता क्षेत्र में शाहबाद शुगर मिल की गिनती भारत की सर्वोत्तम चीनी मिलों में होती है। यह मिल अब तक 27 बार राष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी दक्षता, वित्तीय प्रबंधन व गन्ना विकास में अवार्ड जीत चुकी है तथा मिल द्वारा 6 बार राज्य स्तर पर भी पुरस्कार प्राप्त किया है। उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि पिछले पिराई सत्र से मिल प्रबंधन कार्यकारिणी ने गन्ना पर्ची वितरण हेतू पेपरलेस प्रक्रिया को अपनाया है, जिसके अंतर्गत किसानों को एसएमएस के माध्यम से गन्ना पर्ची का विवरण मोबाइल पर भेजा जाता है। किसान स्मार्ट कार्ड के माध्यम से अपना गन्ना मिल में डालता है और मिल के कांटों पर मैनलैस प्रणाली है। मिल द्वारा पिराई सत्र 2021-22 में कुल खरीदे गए गन्ने की पेमेंट का 100 फीसदी भुगतान बैंकों के माध्यम से किया गया है और सरकार ने 60 केएलपीडी एथेनॉल प्लांट लगाने पर 99 करोड़ रुपए की लागत आई तथा इसमें दो वर्ष तक प्लांट का रखरखाव व संचालन कार्य भी शामिल है। इस कार्यक्रम में एमडी शुगर मिल राजीव प्रसाद ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता सूरजभान कटारिया, जजपा के वरिष्ठï युवा नेता डा. जसविंद्र खैरा, वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. कुलदीप ढींढसा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।