जयराम विद्यापीठ में हुआ देवी मां पार्वती, भगवान श्री गणेश, भगवान कार्तिकेय और नंदी के साथ भगवान शिव जी का पूजन
जयराम विद्यापीठ में निरंतर चल रहा है सावन रुद्राभिषेक के साथ महामृत्युंजय मंत्र जाप
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। ब्रह्मसरोवर के तट पर श्री जयराम विद्यापीठ के श्री रामेश्वर महादेव मंदिर में सर्वकल्याण की भावना से तथा विश्व शांति के श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी के सान्निध्य में निरंतर सावन रुद्राभिषेक एवं महामृत्युंजय मंत्र जाप चल रहा है। सावन महीने के दूसरे सोमवार को परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी द्वारा एक हजार आठ बेलपत्रों के साथ सावन सोम प्रदोष का पूजन एवं पंचामृत से रुद्राभिषेक किया गया। इस मौके पर यजमान चांदी राम तथा उनके परिवार के सदस्यों ने भी रुद्राभिषेक किया। इस के उपरांत ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी द्वारा विश्व के दुर्लभ स्फटिक मणि शिवलिंग पर आरती की गई।
ब्रह्मचारी ने पूजन के उपरांत बताया कि सावन महीने में सोम प्रदोष पूजन का बहुत महत्व होता है। क्योंकि सावन और प्रदोष दोनों ही भगवान भोले शंकर को समर्पित हैं। इस समय भगवान शिव को प्रिय सावन महीना चल रहा है। सावन महीने की त्रयोदशी तिथि को सावन प्रदोष पड़ता है। इस बार सोमवार को पड़ने के कारण इसे सोम प्रदोष पूजन का नाम दिया गया है। ब्रह्मचारी ने बताया कि सावन महीने में पड़ने वाले हर सोमवार के दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करने से भगवान शिव जल्द प्रसन्न हो जाते हैं। सोमवार के दिन और प्रदोष पर शिवजी की पूजा करने से कई गुना अधिक फल की प्राप्ति होती है। सावन सोम प्रदोष के दिन देवी मां पार्वती, भगवान श्री गणेश, भगवान कार्तिकेय और नंदी के साथ भगवान शिव जी की पूजा विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ की गई। इस अवसर पर के. के. कौशक, कुलवंत सैनी, पवन गर्ग, टेक सिंह, श्रवण गुप्ता, सुरेंद्र गुप्ता, ईश्वर गुप्ता, खरैती लाल सिंगला, राजेश सिंगला, आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार, रोहित कौशिक व सतबीर कौशिक इत्यादि भी मौजूद थे।