आर्यन/ न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र, 28 जुलाई। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि भगवद गीता भगवान श्री कृष्ण के मुख से निकली हुई वाणी है जोकि संपूर्ण जगत के कल्याण के लिए है। स्वामी जी मंगलवार को गीता ज्ञान संस्थानम् में आयोजित दिव्य गीता सत्संग में व्यास पीठ से अमृत वर्षा कर रहे थे। वैश्चिक महामारी कोरोना के कारण इस सत्संग को इलैक्ट्रोनिक एंव सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारण किया जा रहा है
गीता मनीषी ने कहा कि कृष्ण ही गीता है और गीता ही कृष्ण है। उन्होने कहा कि गीता में हर समस्या का समाधान है गीता विश्व का एकमात्र ग्रंथ है जिसकी रचना स्वयं भगवान ने की है। उन्होने कहा कि आज विश्वव्यापी महामारी कोरोना में गीता पाठ और गीता यज्ञ एक सशक्त सैनिटाईजर के रूप में काम करता है। उन्होने कहा कि गीता को लेकर अनेक गलत धारणाएं पैदा कर ली गई है। गीता जटिल नही गीता है बल्कि समाधान का रास्ता गीता में दर्शाया गया है। गीता को भगवान कृष्ण का साक्षात स्वरूप बताते हुए गीता मनीषी ने कहा कि गीता का अनुशरण करने करने से साक्षात अनुभव होता है कि गीता ही कृष्ण है और कृष्ण ही गीता है।
कृष्ण में गीता और गीता में कृष्ण है : स्वामी ज्ञानानंद
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