प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर 14 अगस्त को कुरुक्षेत्र में पंचनद स्मारक ट्रस्ट की तरफ से मनाया जाएगा विभाजन विभीषिका कार्यक्रम
मुख्यमंत्री मनोहर लाल होंगे मुख्यातिथि,उनकी अगुवाई में होगा देश का पहला ऐतिहासिक कार्यक्रम
शहीदी स्मारक के लिए मुख्यमंत्री ने स्वयं पुश्तैनी जमीन बेचकर ट्रस्ट को दी 1 एकड़ जमीन
देशभर से भारी संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना, थानेसर अनाजमंडी कार्यक्रम स्थल पर लगेंगी प्रर्दशनी
डाक्यूमेंट्री फिल्म में नजर आएंगें बंटबारे के समय झरोखें
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। पंचनद स्मारक ट्रस्ट के प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर विश्व का पहला पंजाबी धाम बनेंगा। इस पंजाबी धाम में भारत-पाक बंटवारे के दृश्य देखने को मिलेंगे। इन तमाम विषयों को लेकर कुरुक्षेत्र की जमीन पर हिन्दुस्तान-पाकिस्तान विभाजन के समय करीब 10 लाख लोगों की शहादत की याद में बनने वाला स्मारक भी एक दर्शनी स्थल बनेंगा। अहम पहलू यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली लाल किले से 14 अगस्त के दिन को विभाजन विभीषिका दिन के रूप में मनाने की घोषणा की थी। इस घोषणा के अनुसार ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से 14 अगस्त 2022 को पंचनद स्मारक ट्रस्ट की तरफ से विभाजन विभीषिका दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन थानेसर अनाजमंडी में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के मुख्यातिथि मुख्यमंत्री मनोहर लाल होंगे। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वयं अपनी पुश्तैनी जमीन बेचकर 1 एकड़ जमीन कुरुक्षेत्र मसाना में पंचनद स्मारक ट्रस्ट को भेंट की है।
विधायक सुभाष सुधा वीरवार को थानेसर अनाजमंडी कार्यक्रम स्थल पर पंचनद स्मारक ट्रस्ट की तरफ से मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई में मनाए जाने वाले विभाजन विभीषिका दिवस को लेकर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 14 अगस्त के विभाजन विभिषिका दिवस का निमंत्रण देने के लिए पूरे हरियाणा, पंजाब और आस-पास के राज्यों में जाकर निमंत्रण दिया गया है। इस कार्यक्रम में भारी संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना है। इस कार्यक्रम स्थल पर विभाजन को लेकर सूचना जनसपंर्क एवं भाषा विभाग, हरियाणा इतिहास एवं संस्कृति अकादमी द्वारा एक प्रर्दशनी का भी आयोजन किया जाएगा। इतना ही नहीं विभाजन को लेकर बनाई गई डाक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान के विभाजन के समय में अनुमान लगाया कि पंजाबी समुदाय के साथ-साथ अन्य समाज के करीब 10 लाख लोग शहीद हुए थे। इन लोगों के बलिदान को पंजाबी समुदाय कभी भुला नहीं पाया है और ना ही इनकी स्मृति में देश में कहीं भी स्मारक नहीं बनाया गया। इस स्मारक के निर्माण कार्य को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पंचनद स्मारक ट्रस्ट से स्वामी धर्मदेव जी महाराज के अगुवाई में रूपरेखा तैयार की गई और वर्ष 2015 में शहीदी स्मारक बनाने की योजना को अमलीजामा पहनाने का काम किया गया। इसी दिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी पुश्तैनी जमीन बेचकर 1 एकड़ गांव मसाना में खरीद कर दी। अब गांव मसाना में शहीदी स्मारक बनाने के लिए करीब 25 एकड़ जमीन उपलब्ध है। यह जारी जमीन सरकार को दी गई हैै और सरकार की तरफ से इस प्रौजेक्ट पर करीब 200 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पंचनद स्मारक ट्रस्ट की तरफ से 14 अगस्त 2022 को थानेसर अनाज मंडी में विभाजन विभीषिका दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम की तैयारियां पूरे जोर शोर से चल रही है। इस जगह पर बने पंडाल को तिंरगे रंग से सजाया गया है। इस कार्यक्रम में देशभर से भारी संख्या में लोग पहुंचेंगे और देश के इस प्रकार के पहले कार्यक्रम की तमाम तैयारियां मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई में ही की गई है। इस कार्यक्रम को लेकर अभी हाल में ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मसाना में शहीदी स्मारक ट्रस्ट की जमीन का निरीक्षण किया और संत जनों से कार्यक्रम को लेकर विचार-विमर्श भी किया। इस आयोजन को सफल ऐतिहासिक और यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। यह कार्यक्रम करीब 10 लाख लोगों को श्रद्धांजलि देने वाला कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम को लेकर पूरे शहर में साज सजा की जा रही है। इसके अलावा इस कार्यक्रम में हर घर तिंरगा अभियान की झलक देखने को मिलेगी।