देश की विभिन्न जेलों में बंद और सजा भुगत चुके बंदी सिखों की रिहाई का मामला
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। शनिवार को निकाले जा रहे रोष प्रदर्शन में सभी प्रदर्शनकारी काली पगड़ी बांधेंगे, जबकि महिलाएं काला दुपट्टा लेंगी। इस रोष प्रदर्शन को लेकर सिख समाज में भारी जोश है और एसजीपीसी मुलाजिमों के साथ-साथ सैकड़ों की संख्या में सिख संगत भी इस रोष प्रदर्शन में शामिल होगी। यह दावा शिरोमणि अकाली दल हरियाणा के प्रदेश प्रवक्ता कवलजीत सिंह अजराना ने करते हुए बताया कि रोष प्रदर्शन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है और जिला भर में संगत को निमंत्रण भी भेजा गया है। सेक्टर- 8 में अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि देश की विभिन्न जेलों में बंद और सजा भुगत चुके बंदी सिखों की रिहाई को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर के कर्मचारियों द्वारा शनिवार को रोष प्रदर्शन कर जिलाधीश को ज्ञापन दिया जाएगा।
अजराना ने बताया कि की सिख पंजाब सहित देश की विभिन्न जेलों में सजा पूरी होने के बावजूद बंद है, जिनकी रिहाई के लिए वर्तमान सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। इसलिए एसजीपीसी अब इसके खिलाफ आंदोलन करने पर विवश हुई है। उन्होंने बताया कि संस्था ने यह निर्णय लिया है कि हरियाणा में भी कर्मचारी प्रदर्शन कर प्रशासन को ज्ञापन देंगे, जिसमें बंदी सिखों की रिहाई की मांग की जाएगी। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि देश को आजाद करवाने में सबसे अधिक कुर्बानी देने वाले सिखों को कभी भी न्याय नहीं मिला। समय-समय पर सरकारों ने सिखों को दबाने के लिए औछे हथकंडे अपनाए है। सिखों को हमेशा दूसरे दर्जे का शहरी माना गया है। उनके साथ शिरोमणि अकाली दल कुरुक्षेत्र के जिला शहरी प्रधान तजिंदर सिंह मक्कड़, नरेंद्र सिंह गिल, सतपाल सिंह, दया सिंह, गुरबीर सिंह और युवराज सिंह सहित अन्य सिख जत्थेबंदियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।