अमृत काल के पांच प्रण के आह्वान को पूरा करने का संकल्प लें प्रदेशवासी: मनोहर लाल
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने समालखा में किया ध्वजारोहण, देश और प्रदेशवासियों को दी बधाई
76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने गिनाईं सरकार की उपलब्धियां
हरियाणावासियों ने अपने 60 लाख घरों पर राष्ट्र ध्वज फहराकर भारत माता की शान को बढ़ाया
न्यूज डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़, 15 अगस्त – मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने देश और प्रदेशवासियों को 76वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज हर भारतवासी के लिए हर्षोल्लास का दिन है। हर घर पर लहरा रहा तिरंगा पूरे देश को देशभक्ति के रंग में रंग रहा है। हरियाणावासियों ने भी अपने 60 लाख घरों पर राष्ट्र ध्वज फहराकर भारत माता की शान को वैसे ही बढ़ाया है, जैसे सरहदों पर अधिक से अधिक जवानों को भेजकर देशभक्ति का परिचय देते आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस का यह पावन पर्व अपनी उपलब्धियों का जश्न मनाने के साथ-साथ आत्म–विश्लेषण करने का भी दिन है। यह दिन हमें यह सोचने का अवसर प्रदान करता है कि 75 वर्ष के इस कालखंड में हमने क्या हासिल किया है। निःसंदेह आजादी के बाद राष्ट्र ने उल्लेखनीय प्रगति की है। आज कई क्षेत्रों में पूरा विश्व हमारा लोहा मानता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो आज ‘पांच प्रण’ (विकसित भारत, गुलामी की मानसिकता से शत प्रतिशत मुक्ति, अपनी विरासत पर गर्व, एकता व एक जुटता और नागरिक कर्तव्यों का पालन) दिए हैं, हम उन्हें आज से ही आत्मसात करेंगे। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से भी आह्वान किया कि सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रतिपादित अमृत काल के पांच प्रण के आह्वान को पूरा करने का संकल्प लें व भारत को विश्व पटल पर सबसे मज़बूत राष्ट्र बनाने में अपना योगदान दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपनी महान सांस्कृतिक परम्पराओं और उच्च नैतिक मूल्यों पर चलते हुए देश और प्रदेश को स्वच्छ, स्वस्थ और खुशहाल बनाने के लिए एकजुट होकर काम करना है। मुख्यमंत्री 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वीरभूमि समालखा (पानीपत) में ध्वजारोहण के बाद अपने संबोधन में बोल रहे थे।
देश की सेना में हर दसवां सैनिक हरियाणा से
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें गर्व है कि 10 मई 1857 को स्वतंत्रता आन्दोलन की पहली चिंगारी अम्बाला से फूटी थी। हमारे वीर जवानों ने आजादी के बाद भी देश की सीमाओं की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज देश की सेना में हर दसवां सैनिक हरियाणा से है। हमारे जवानों ने 1962, 1965 व 1971 के विदेशी आक्रमणों और ऑपरेशन कारगिल युद्ध के दौरान वीरता की नई मिसाल पेश की है। मनोहर लाल ने कहा कि हम आजादी की पहली लड़ाई के शहीदों की स्मृतियों को सहेजने के लिए अम्बाला छावनी में शहीदी स्मारक का निर्माण कर रहे हैं। स्वतंत्रता सेनानी राव तुलाराम की स्मृति में जिला महेंद्रगढ़ के गांव नसीबपुर में जल्द ही शहीद स्मारक का निर्माण किया जाएगा। जिला भिवानी के शहीद गांव रोहनात में भी शहीद स्मारक बनाया जाएगा। इस गांव में ‘रोहनात फ्रीडम ट्रस्ट’ की स्थापना की गई है।
सैनिक व अर्ध-सैनिक कल्याण विभाग’ का किया गठन
मनोहर लाल ने कहा कि हम अपने शहीदों के बलिदानों का कर्ज तो नहीं चुका सकते, लेकिन उनके परिजनों की देखभाल करके उनके प्रति अपनी कृतज्ञता अवश्य जता सकते हैं। इस दिशा में हमने भूतपूर्व सैनिक व अर्द्ध सैनिक बलों के कल्याण के लिए ‘सैनिक व अर्धसैनिक कल्याण विभाग’ का गठन किया है। युद्ध के दौरान शहीद हुए सेना व अर्ध-सैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपये की है। आई.ई.डी. ब्लास्ट के दौरान शहीद होने पर भी अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपये तक की गई है। शहीद सैन्य व अर्धसैनिक बलों के 347 आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर नौकरी प्रदान की गई है।
देश की अर्थव्यवस्था में हरियाणा का महत्वपूर्ण योगदान
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा प्रदेश आजादी के 19 साल बाद अस्तित्व में आया। फिर भी हरियाणा देश के अग्रणी राज्यों में से एक है। हरियाणा क्षेत्रफल व जनसंख्या की दृष्टि से देश का बहुत बड़ा राज्य नहीं है परंतु देश की अर्थव्यवस्था में हमारा महत्वपूर्ण योगदान है। हमने प्रधानमंत्री मोदी के ‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास-सबका प्रयास’ के विजन को साकार करते हुए गत पौने 8 सालों में ‘हरियाणा एक-हरियाणवी एक’ के भाव से हर क्षेत्र और हर वर्ग का विकास किया है। हमने व्यवस्था परिवर्तन से सुशासन और सुशासन से सेवा के अपने अभियान को अब सबसे पहले सबसे गरीब के उत्थान पर केन्द्रित कर दिया है। इसके लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत लगभग 30 हजार परिवारों को रोजगार के लिए ऋण व अन्य सहायता दी है। हमने ई-गवर्नेस के जरिए सरकारी सेवाओं और योजनाओं का लाभ पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की जो मुहिम शुरू की थी, वह परिवार पहचान-पत्र तक पहुंच चुकी है। इसके तहत सभी परिवारों के परिवार पहचान-पत्र बनाए जा रहे हैं। इस एकमात्र दस्तावेज से सभी योजनाओं और सेवाओं का लाभ अब पात्र व्यक्ति को घर बैठे ही मिलने लगा है।
हरियाणा में सुशासन से सेवा के संकल्प को निरंतर मजबूती मिली
हरियाणा में गरीब परिवारों को ‘मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना के तहत 6 हजार रुपये वार्षिक सहायता दी जा रही है। प्रदेश में सभी तरह की सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाकर 2500 रुपये मासिक की गई हैं। ‘आयुष्मान भारत योजना’ के तहत 27 लाख गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का वार्षिक मुफ्त इलाज करवाने की सुविधा दी गई है। एकल पंजीकरण व कॉमन पात्रता परीक्षा, कौशल रोजगार निगम, निजी क्षेत्र में रोजगार के लिए 75 प्रतिशत आरक्षण, नई शिक्षा नीति-2020, ‘समर्पण’ व संरक्षण योजना, ‘विवादों से समाधान’ ‘हरियाणा हेल्पलाइन सेवा-112’ और ‘ऑटो अपील सॉफ्टवेयर’ जैसी अनुकरणीय पहलों से सुशासन से सेवा के संकल्प को निरंतर मजबूती मिली है। हमने भ्रष्टाचार पर चोट करते हुए लगभग 87 हजार युवाओं को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां दी हैं। हमने स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक की शिक्षा को कौशल के साथ जोड़ा है। क्लस्टर एप्रोच के तहत सभी क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में स्कूल और 20 किलोमीटर के दायरे में एक कॉलेज खोला गया है। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं से 12वीं कक्षा तक के सभी विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन शिक्षा हेतु 5 लाख विद्यार्थियों को मुफ्त टैबलेट दिए हैं।
कृषि क्षेत्र में बागवानी, पशुपालन और मत्स्य पालन का शेयर बढ़ा
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा कृषि प्रधान राज्य है और केन्द्रीय खाद्यान्न पूल में हमारा लगभग 15 प्रतिशत योगदान देता है। प्रदेश में फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने से कृषि क्षेत्र में बागवानी, पशुपालन और मत्स्य पालन का शेयर बढ़ रहा है। हम बाजार की मांग के अनुसार विविधीकरण करके किसानों की अधिकतम आय सुनिश्चित करने की दिशा में पहल कर रहे हैं।
हर क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का काम जारी
राज्य में बहुत ही उत्तम व आधुनिक आधारभूत सुविधाएं विकसित की गई हैं। प्रदेश में 17 नए राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किये गये हैं। इनमें से 7 का कार्य पूरा हो चुका है। इन सब राजमार्गों के बन जाने के बाद प्रदेश का हर जिला राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ जाएगा। पलवल से सोनीपत वाया सोहना-मानेसर-खरखौदा-कुंडली तक 6 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर पर कार्य शुरू हो चुका है। पंचग्राम विजन के तहत के.एम.पी. कॉरिडोर के साथ 5 नए शहर विकसित करने की योजना पर काम चल रहा है। खरखौदा के निकट अत्याधुनिक औद्योगिक एवं वाणिज्यिक टाउनशिप तथा सोहना में आई.एम.टी. भी विकसित किया जा रहा है। समान विकास की दिशा में हर जिले में मेडिकल कॉलेज, हर जिले में 200 बैड का अस्पताल तथा कम से कम एक विश्वविद्यालय खोलना हमारा लक्ष्य है। अम्बाला छावनी के सिविल अस्पताल में 72 करोड़ रुपये की लागत से टरशरी कैंसर केयर सेंटर की स्थापना की गई है। हर क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए ब्लॉक स्तर पर लघु व मध्यम उद्योगों के “क्लस्टर” स्थापित किए जा रहे हैं। हर ब्लाक में एक ऐसा उत्पाद तैयार किया जाएगा जिसका निर्यात किया जा सके। स्टार्टअप इंडिया में भी हरियाणा देश के अग्रणीय राज्यों में शामिल है।
पदक विजेता खिलाड़ियों को सर्वाधिक नकद पुरस्कार राशि
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों में हमारे युवाओं की उपलब्धियों का जिक्र होते ही हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। हमारे खिलाड़ियों ने ओलिंपिक व अन्य अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। हाल ही में बर्मिंघम में सम्पन्न हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को मिले 61 पदकों में हरियाणा के खिलाड़ियों का बहुत योगदान हैं। इससे पहले ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021’ में हमारे खिलाड़ियों ने 137 पदक जीतकर देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो पदक विजेता खिलाड़ियों को सर्वाधिक नकद पुरस्कार राशि देता है। कॉमनवेल्थ गेम्स के खिलाड़ियों को भी 16 अगस्त को नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस स्टेडियम में यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है वहां की कमियों को दूर किया जाएगा ताकि खिलाड़ियों को अच्छी सुविधाएं मिल सकें।
महिलाओं को आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा
मनोहर लाल ने कहा कि हम महिलाओं को सुरक्षित परिवेश मुहैया करवाने के साथ-साथ उन्हें आर्थिक व सामाजिक रूप से भी सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमने पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिया है। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए 51 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों का गठन किया है। 151 वीटा बिक्री केन्द्रों का संचालन महिलाओं के हाथों में दिया है। ‘एक ब्लॉक एक कैंटीन’ योजना के तहत 100 कैंटीन स्वयं सहायता समूहों द्वारा चलाई जा रही हैं। कम्प्यूटर का प्रशिक्षण प्राप्त कर लगभग 2 हजार महिलाएं बैंक सुविधा प्रदाता के तौर पर काम कर रही हैं। इसके अलावा, महिलाएं लगभग 892 सामुदायिक सेवा केन्द्र चला रही हैं। भविष्य में जितने भी राशन डिपो अलॉट होंगे, उनमें 33 प्रतिशत कोटा महिलाओं को देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लिंगानुपात में भी काफी सुधार हुआ है।
जातिवाद, क्षेत्रवाद और भाई-भतीजावाद से ऊपर उठकर किया काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विकास का मार्ग गांवों की गलियों से होकर गुजरता है। इसलिए गांवों का विकास हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। जल जीवन मिशन के तहत हर घर में नल से जल पहुंचाने वाला हरियाणा देश का पहला बड़ा राज्य है। प्रदेश के लगभग 80 फीसदी गांवों को 24 घंटे बिजली दी जा रही है। आज भी इस योजना में नए गांव जोड़े गए हैं। अब 5600 से अधिक गांवों में 24 घंटे बिजली मिल रही है। आजादी के 75 सालों के बाद गांवों को लाल डोरा मुक्त करने से पहली बार ग्रामीणों को उनके घरों का मालिकाना हक मिला है। हमने पिछले पौने आठ वर्षों में जातिवाद, क्षेत्रवाद और भाई-भतीजावाद से ऊपर उठकर काम किया है। हमने प्रदेश में नई व्यवस्था स्थापित करके प्रदेशवासियों में नई उम्मीद जगाने का काम किया है।