कुवि ने बढ़ाया आटोमेशन की दिशा में एक ओर बड़ा कदम,
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने बुधवार को डिजिटल लॉकर का शुभांरभ किया। इस मौके पर बोलते हुए कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने आटोमेशन की दिशा में एक ओर बड़ा कदम उठाते हुए डिजिटल लॉकर सेवा प्रारम्भ की है। कुवि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने बताया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा सभी शैक्षणिक संस्थानों को एक पत्र लिखकर डिजिलॉकर अकाउंट में जारी किए डॉक्यूमेंट, डिग्री, मार्कशीट और अन्य दस्तावेजों को वैलिड डॉक्यूमेंट के रूप में स्वीकार करने का अनुरोध किया था जिसके तहत ही कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों की सुविधा के लिए केयू में डिजीटल लॉकर सेवा का प्रारंभ किया है।
कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने बताया कि डिजीटल लॉकर सेवा के तहत वर्ष 2019 के ओड सेमेस्टर की बीए, बीबीए, बीसीए एवं बीकॉम कक्षाओं की अंकतालिका को अपलोड किया गया है। आने वाले समय में जल्द ही अन्य कक्षाओं की अंकतालिका को विद्यार्थियों की सुविधा के लिए डिजीटल लॉकर पर अपलोड किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों के लिए डिजीटल लॉकर सेवा निःशुल्क है तथा इसके द्वारा समय की भी बचत होगी।उन्होंने कहा कि नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी, एकेडमिक इंस्टीट्यूशन्स द्वारा डिजिटली जारी किए गए एकेडमिक अवार्ड्स (डिग्री-मार्कशीट आदि) का एक ऑनलाइन भंडार है। यह छात्रों को कहीं से भी बिना फिजिकली मौजूद हुए सीधे डिजिटल प्रारूप में प्रामाणिक डॉक्यूमेंट/सर्टिफिकेट प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है।
प्रो. सुनील ढींगरा ने बताया कि डिजीटल लॉकर सेवा सुविधा का लाभ उठाने के लिए विद्यार्थियों को डिजीटल लॉकर एप पर आधार कार्ड एवं संबंधित जानकारी डालकर अपना अकाउंट खोलना होगा जिसके बाद वह इस सुविधा का निःशुल्क लाभ उठा सकेगा। उन्होंने बताया कि अब तक इस पर लगभग 1लाख 50हजार विद्यार्थियों को डाटा अपलोड किया जा चुका है। इस मौके पर प्रो. अनिल वोहरा, प्रो. ब्रजेश साहनी, प्रो. सुनील ढींगरा, प्रो. सुरेन्द्र सिंह, डॉ. राजेश अग्निहोत्री, डॉ. हुकम सिंह, डॉ. अंकेश्वर प्रकाश, ओएसडी पवन रोहिल्ला, डॉ. पूनम चौधरी, डॉ. शैलजा शर्मा, सोनू, महेन्द्र सिंह, राजीव आदि मौजूद थे।