पवित्र सन्निहित सरोवर में दूषित जल रिसाव के विरोध में अशोक अरोड़ा के नेतृत्व में दिया धरना
केडीबी कार्यालय पर आयोजित धरने में कांग्रेसियों के साथ सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि भी हुए शामिल
सन्निहित सरोवर में शौचालय का दूषित जल रिसाव होने से श्रद्धालुओं की आस्था से हो रहा है खिलवाड़ : अशोक अरोड़ा
केडीबी के मानद सचिव छाबड़ा ने सरोवर में दूषित जल रिसाव स्वीकार करते हुए धरने के बीच आकर सार्वजनिक रूप से मांगी माफी
सरोवर का दूषित जल निकालकर जल्द स्वच्छ जल भरने का छाबड़ा ने दिया आश्वासन
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र के विश्व प्रसिद्ध पवित्र सन्निहित सरोवर में शौचालय का दूषित जल का रिसाव होने के विरोध में पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा के नेतृत्व में नगर की धार्मिक सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के कार्यालय के सामने दो घंटे का सांकेतिक धरना दिया। सभी लोग प्रात: 10 बजे धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होने जमकर केडीबी के विरूद्ध नारेबाजी की। उन्होने केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, भाजपा सरकार और थानेसर विधायक सुधा को विशेष तौर पर निशाने पर लेते हुए उनके विरूद्ध जमकर नारेबाजी की।
पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने धरने पर बैठे लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व भर के लोगों की कुरुक्षेत्र के प्रति बहुत आस्था है। सन्निहित सरोवर मे स्नान करने से पुण्य मिलता है। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की अनदेखी के चलते सरोवर किनारे गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। सरोवर नशेडिय़ों का अड्डा बन गया है। जिस पवित्र सन्निहित सरोवर के प्रति करोड़ों लोगों में आस्था है उस सरोवर में शौचालय के पानी का रिसाव हो रहा है जोकि हम सबके लिए शर्म की बात है। इससे पवित्र सन्निहित सरोवर की पवित्रता भंग हो रही है। यह देखकर बाहर से आने श्रद्धालुओं के मन में क्या बात जाएगी, यह स्वयं विचारा जा सकता है। अरोड़ा ने कहा कि सन्निहित सरोवर के पूर्वी तट पर बोर्ड़ द्वारा जो शौचालय बनाए गए हैं।
उनका दूषित जल सन्निहित सरोवर में जा रहा है। जिससे श्रद्धालुओं की आस्था तार तार हो रही है। उन्होने कहा कि इस बारे मे कई बार बोर्ड़ के अधिकारियों और मानद सचिव से वह शिकायत कर चुके हैं लेकिन समस्या का कोई समाधान नही किया गया। अरोड़ा ने कहा कि सन्निहित सरोवर हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। यहां देश विदेश से श्रद्धालु आते हैं और स्नान के साथ साथ आचमन करते हैं। उन्होने मांग की कि सन्निहित सरोवर का दूषित जल निकालकर दोबारा से इसमें स्वच्छ जल भरा जाए। अरोड़ा ने बताया कि उन्होने उपायुक्त के माध्यम से इस मामले में महामहिम राज्यपाल से मिलने का भी समय मांगा है।
धरने में अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित श्रीप्रकाश मिश्रा, अखिल भारतीय सारस्वत ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद नरेंद्र शर्मा निंदी, मुल्तान सभा के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व नगर पार्षद विवेक मैहता विक्की, पूर्व पार्षद मन्नू जैन, गौरव शर्मा गौरी, कांग्रेस पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सैनी भिवानीखेड़ा, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व संगठन सचिव सुभाष पाली, कांग्रेसी नेता सतबीर शर्मा, सुधीर चुघ, ब्राह्मण समाज के प्रमुख नेता अशोक पहलवान, सुमित आजादनगर, सुनील अमरनाथ सैनी, युवा कांग्रेस के हल्का प्रधान ईशान शर्मा, जिला परिषद के पूर्व सदस्य चंद्रभान वाल्मिकी, पृथ्वी सिंह तुर्क, प्रवेश राणा, राजकुमार पिंडारसी, पवन चौधरी, जोगिंद्र सिंह, अश्वनी शर्मा सहित अनेक संस्थाओं के प्रतिनिधियों और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने इस धरने में भाग लिया।
केडीबी मानद सचिव ने धरना स्थल पर आकर मांगी सार्वजनिक रूप से माफी
इसी बीच केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, श्री ब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा के मुख्य सलाहकार एवं केडीबी के पूर्व सदस्य जयनारायण शर्मा तथा सभा के प्रधान श्याम सुंदर तिवाड़ी के साथ धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होने सन्निहित सरोवर में दूषित जल का रिसाव होने की बात को स्वीकार करते हुए सावजनिक रूप से माफी मांगी और जानकारी दी कि आज प्रात: ही बोर्ड के कर्मचारियों ने पाईप की लीकेज को बंद कर दूषित जल का सरोवर में रिसाव बंद कर दिया है। उन्होने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही सन्निहित सरोवर का दूषित जल खाली कर सरोवर में दोबारा से स्वच्छ जल भरा जाएगा। उन्होने इस बात पर खेद जताया और आश्वासन दिया कि किसी भी कीमत पर श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ नही होने दिया जाएगा।