प्रारंभिक शिक्षा और डिजिटल शिक्षण में ऑस्ट्रेलिया की सर्वोत्तम प्रथाओं एवं सकारात्मक अनुभवों को भारत में दोहराया जा सकता है : प्रधान
न्यूज डेक्स इडिया
दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज सिडनी में विभिन्न स्कूलों, उच्च शिक्षण एवं कौशल प्रशिक्षण संस्थानों का दौरा किया।प्रधान शिक्षा, अनुसंधान और कौशल प्रशिक्षण में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। प्रधान ने महामहिम सारा मिशेल, एमएलसी, न्यू साउथ वेल्स, शिक्षा और प्रारंभिक बचपन शिक्षा मंत्री के साथ न्यू साउथ वेल्स राज्य स्थित एक होमबश वेस्ट पब्लिक स्कूल का दौरा किया, ताकि प्रारंभिक बचपन की शिक्षा को सार्वभौमिक बनाने में स्कूल के उत्कृष्ट स्वरूप और सर्वोत्तम प्रथाओं की विशिष्ट जानकारियां प्राप्त की जा सकें।
उन्होंने स्कूल के युवा छात्रों और शिक्षकों से बातचीत की। उन्होंने गर्मजोशी से भरे स्वागत और सांस्कृतिक प्रदर्शन के लिए उनकी सराहना की। इस अवसर पर प्रधान ने कहा कि बच्चों के लिए किफायती, सुलभ और सार्वभौमिक प्रारंभिक शिक्षा ही बेहतर शिक्षण परिणामों और सभी के उज्ज्वल भविष्य की कुंजी है। उन्होंने यह भी कहा कि एनएसडब्ल्यू में प्रारंभिक शिक्षा और डिजिटल शिक्षण की सर्वोत्तम प्रथाओं और सकारात्मक अनुभवों को भारत में दोहराया जा सकता है, ताकि प्रारंभिक बचपन में देखभाल और शिक्षा को समान एवं सुलभ बनाया जा सके और विशेष रूप से स्कूल में दैनिक पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद भी छोटे बच्चों की देखभाल की व्यवस्था को मजबूत बनाया जा सके।
प्रधान ने जेसन क्लेयर के साथ टैफे एनएसएफ में एप्लायड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट का दौरा किया। उन्होंने कहा कि यह संस्थान युवाओं को वैश्विक अवसरों के लिए प्रासंगिक नए जमाने के कौशल से लैस करने और इस क्षेत्र में अवसंरचना परियोजनाओं और आर्थिक विकास की गति तेज करने के लिए एक उत्कृष्ट प्रशिक्षण केंद्र है। उन्होंने कहा कि भारत भी एक बहु-विषयक और बहु-आयामी गति शक्ति विश्वविद्यालय स्थापित कर रहा है, जिसका उद्देश्य अगली पीढ़ी के कुशल प्रोफेशनलों को तैयार करना है जो बढ़ते लॉजिस्टिक्स, अवसंरचना के विकास और परिवहन क्षेत्र में आवश्यक सहयोग देंगे। उन्होंने कहा कि गति शक्ति विश्वविद्यालय और इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लायड टेक्नोलॉजी फॉर कंस्ट्रक्शन उद्योग-केंद्रित कार्यक्रमों को विकसित करने, कौशल में निहित अंतर को समाप्त करने, कौशल बढ़ाने, फिर से ज्यादा कुशल बनाने, अभिनव डिजिटल संसाधन सृजित करने, इत्यादि में एक साथ काम कर सकते हैं।
बाद में शाम के समय श्री प्रधान ने यूएनएसडब्ल्यू, सिडनी में ‘संस्थागत सहयोग के माध्यम से हमारे भविष्य में व्यापक बदलाव लाने’ विषय पर यूनिवर्सिटीज ऑस्ट्रेलिया द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कुलपतियों और ऑस्ट्रेलियाई सरकार, शिक्षा विभाग के वरिष्ठ प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की।