जयराम कन्या महाविद्यालय में प्रतिभावान छात्राओं को छात्रवृत्तियां प्रदान की गई
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। देश भर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष एवं श्री जयराम शिक्षण संस्थान के चेयरमैन ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से ग्रामीण आंचल की कन्याओं को शिक्षित करने के लिए गतिमान सेठ नवरंग में लोहिया जयराम कन्या महाविद्यालय लोहार माजरा में छात्राओं को छात्रवृत्तियां प्रदान करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्य महेंद्र सिंगला एवं सफल व्यवसायी राजेंद्र सिंह पहुंचे। जिन्होंने अपने पूज्य पिता की स्मृति में छात्राओं के लिए छात्रवृत्ति आरंभ की। इस अवसर पर कार्यक्रम में पूर्व एसडीएम प्रेम चंद, बलदेव राज काहड़ा, जयराम शिक्षण संस्थान के निदेशक एस.एन. गुप्ता, शिक्षक, गैर शिक्षक वर्ग एवं छात्राएं मौजूद रही। शिक्षा के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाली प्रथम एवं द्वितीय रहने वाली 13 छात्राओं को लाला धनीराम भारती छात्रवृत्ति प्रदान की गई।
इसी प्रकार सांस्कृतिक क्षेत्र में विशेष प्रदर्शन के लिए 18 छात्राओं को चौधरी नसीब सिंह सांस्कृतिक छात्रवृत्ति प्रदान की गई। छात्रवृत्ति हासिल करने वाली छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए महाविद्यालय की प्राचार्या डा. सुदेश रावल ने कहा कि हमारे महाविद्यालय का उद्देश्य रहा है कि अच्छी शिक्षा बच्चों के उज्जवल भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसलिए यहां हम अपनी छात्राओं को एक ऐसा माहौल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जहां वे अच्छे मूल्यों को आत्मसात कर सके और हर दिन नई चीजें सीख सकें। इस अवसर पर विशेष अतिथि राजेंद्र सिंह ने छात्राओं को आशीर्वाद देते हुए कहा कि जयराम शिक्षण संस्थान एक धार्मिक संस्था है जो बेटियों को उच्च शिक्षा देने हेतु कटिबद्ध है।
इस संस्थान के संस्कार हमेशा इन बेटियों के साथ रहते हैं और उन्हें जीवन में प्रगतिशील बनाने में मददगार होते हैं। उन्होंने छात्राओं की सफलता का श्रेय प्राचार्या, शिक्षक वर्ग एवं माता पिता को देते हुए कहा कि यदि हम में से प्रत्येक व्यक्ति बेटियों को बेटों के समान शिक्षित करने का अवसर प्रदान करेगा। इन बेटियों के चेहरे पर सदैव मुस्कान खिली रहेगी और इनके पंखों को उड़ान भरने की हिम्मत मिलेगी। यदि हम बेटे और बेटी का भेदभाव मिटा देंगे तो वह दिन दूर नहीं जब हमारा भारत पूरे विश्व का सिरमौर होगा और विश्वगुरू के पद पर आसीन होगा। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्या डा. रावल ने सभी गणमान्य अतिथियों का धन्यवाद करते हुए स्मृति चिन्ह भेंट किए।