न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। थानेसर नगरपरिषद कि कई जमीनों पर कुछ रसूखदारों ने अपने कब्जे कर रखे हैं। हालात ये हैं कि इंतकाल किसी और के नाम पर है और नगरपरिषद अससेमेंट किसी औऱ के नाम से बना रही है। असल मालिक कोई और है और नगरपरिषद अपने रिकॉर्ड में मालिक किसी औऱ को दिखा रही है। यही वजह है कि नगर परिषद को अपनी जमीन सार्वजनिक करनी चाहिए ताकि रसूखदार लोग नगर परिषद की जमीन पर कब्जा ना कर सके। ये कहना है जजपा नेता योगेश शर्मा का। वे आज सेक्टर-3 कार्यालय पर पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि नगरपरिषद भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी है, नगरपरिषद की प्रॉपर्टी की जांच होनी चाहिए ताकि पता चल सके कि शहर के किस -किस रसूखदार ने नगरपरिषद की ज़मीन पर कब्ज़ा कर रखा है। उन्होंने कहा कि कई रसूखदारों के नेतृत्व में कुछ लोगो ने तो शामलात भूमि और जोहड़ पर भी कब्ज़े करके भवन बना दिये है। शिकायत करने के बावजूद भी आरोपियों पर कोई कार्रवाई नही की जा रही।
बिना शराब- शबाब और कबाब बैन कैसे बनेगी धर्मनगरी कुरुक्षेत्र
योगेश शर्मा ने कहा कि एक ओर तो प्रदेश और केंद्र सरकार धर्मनगरी कुरुक्षेत्र को विश्व के मानचित्र पर स्थापित करने के लिए नई-नई योजनाएं लागू कर रहे हैं। धर्मनगरी में करोड़ों रुपए की लागत से प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं करोड़ों की लागत से भव्य मंदिर बन रहे हैं। ऐसे में धर्मनगरी के असंख्य होटलों में शराब, शबाब और कबाब की बिक्री और सेवन धर्मनगरी की छवि को खराब कर रहा है। सबसे पहले सभी होटलों में इन सबके सेवन पर बैन लग्न चाहिए। इनकी नियमित रूप से जांच होनी चाहिए।