वर्षों से कुरुक्षेत्र में रहने वाले लोगों ने भी कभी नहीं देखा कि कुरुक्षेत्र कितना सुंदर है
बन रहे एशिया के सबसे ऊंचे 18 मंजिला ज्ञान मंदिर की सबसे ऊपरी मंजिल से लोगों ने कुरुक्षेत्र को देखा तो बोले वर्षों से रहते हैं कुरुक्षेत्र लेकिन आज देखा शहर का अद्भुत नजारा
प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक जय भगवान सिंगला ने 18 मंजिला ज्ञान मंदिर की सबसे ऊपरी मंजिल से सोशल मीडिया पर लाइव क्या किया
कुरुक्षेत्र के लोग ही नहीं दूसरे शहरों से भी लोग कुरुक्षेत्र का अद्भुत नजारा देखने पहुंचे
लोगों ने मंदिर की सबसे ऊपरी मंजिल पर गिटार, तबला तथा हारमोनियम लेकर किया संकीर्तन
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। तीर्थों की संगम स्थली एवं धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में वर्षों से रहने वाले लोगों ने जीवन में पहली बार अपने शहर का अद्भुत नजारा देखा कि हैरान हुए कि कितना सुंदर है कुरुक्षेत्र। यह मौका कुरुक्षेत्र ही नहीं दूसरे शहरों से आने वाले लोगों के लिए भी था जो प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक एवं 18 मंजिला ज्ञान मंदिर के ट्रस्टी जय भगवान सिंगला द्वारा फेसबुक पर डाले एक वीडियो तथा मंदिर के टॉप फ्लोर पर किए लाइव को देखकर पहुंचे थे। रविवार को पहुंचे अनेकों लोगों ने जय भगवान सिंगला के साथ 18 मंजिला ज्ञान मंदिर की छत और गुंबद के स्थान पर पहुंच कर जो नजारा देखा तो भगवान श्री कृष्ण को याद करते हुए कीर्तन करने लगे। इस मौके पर बहुत से ऐसे लोग भी थे जो कुरुक्षेत्र में ही पैदा हुए और वर्षों से कुरुक्षेत्र में रहते हैं लेकिन ऐसा नजारा नहीं देखा था।
उल्लेखनीय है कि कुरुक्षेत्र में ब्रह्मसरोवर के पूर्वी तट पर एशिया का सबसे ऊंचा मंदिर बन रहा है। यह 18 मंजिला ज्ञान मंदिर है। यह मंदिर कुरुक्षेत्र की धरती पर भगवान श्री कृष्ण के श्री मुख से उत्पन्न पवन गीता के 18 अध्यायों पर आधारित है। मौके पर मौजूद मंदिर के ट्रस्टी जय भगवान सिंगला के अनुसार इस मंदिर को लेकर लोगों में बहुत उत्सुकता है। आज रविवार को फेसबुक लाइव देखकर इस मंदिर के संबंध में विस्तार से सभी जानकारी हासिल करने के लिए मंदिर परिसर में पहुंचे तो देखा वास्तव में यह मंदिर काफी विशाल है। इस मंदिर की 18वीं मंजिल के टॉप पर पहुंचे। इस मौके पर मंदिर के ट्रस्टी जय भगवान सिंगला ने सभी आने वालों का फूल मालाओं और पटके से स्वागत किया। सिंगला ने कहा कि सभी उत्साहित नजर आए और माना कि ऐसा नजारा पहले कभी नहीं देखा।
फेसबुक देखकर पहुंचे गुरदेव ने बताया कि जय भगवान सिंगला 18 मंजिला ज्ञान मंदिर फेसबुक से लाइव हुए थे। उन्हीं प्रयासों से आज यह कुरुक्षेत्र का नजारा देखने का उन्हें अपने साथियों के साथ मौका मिला। अंबाला से आई महिला सुरेखा ने कहा कि आज 18 मंजिला ज्ञान मंदिर पर सीढ़ियों से चढ़ कर ऊपर आए हैं कि यहीं आकर पता चला कि कुरुक्षेत्र को देखने का अलग नजारा है। ब्रह्मसरोवर और सन्निहित सरोवर की वास्तविकता देखने को मिली। एक फूल का नजारा जो नाभि कमल है उसका तो कहना ही क्या है। नगर के प्रमुख व्यवसायी जितेंद्र ढींगरा ने कहा कि वर्षों से कुरुक्षेत्र में रहते हैं लेकिन उन्हें नहीं पता था कि कुरुक्षेत्र का कितना अद्भुत नजारा है।
यह नजारा कुरुक्षेत्र के 18 मंजिला ज्ञान मंदिर की सबसे ऊपरी मंजिल में आकर देखने को मिला। यह अनुभव अपने आप जीवन के लिए अनोखा है। कुरुक्षेत्र कितना सुंदर है। अपने आप में कमाल है। जय भगवान सिंगला ने कहा कि यह उनके लिए सौभाग्यशाली क्षण है कि उन्हें अपने जीवन में ऐसा आलौकिक नजारा देखने को मिला है। कुरुक्षेत्र का यह ज्ञान मंदिर एशिया का तो सबसे बड़ा मंदिर कन्फर्म है लेकिन आने वाले समय में हो सकता है कि आने वाले समय में विश्व का सबसे बड़ा मंदिर हो। यहां आकर श्रद्धाभाव से दिल के अंदर हिलोरे ले रहे हैं। सिंगला ने बताया कि उन्होंने इस मंदिर की सबसे ऊपरी मंजिल का वीडियो सोशल मीडिया पर क्या डाला कि अनेकों लोग इस नजारे को देखने के लिए आज यहां पहुंचे हैं। यहां आने वाली महिलाओं का उत्साह देखने को मिला है। यहां आकर लोग राधे राधे और भगवान श्री कृष्ण को याद कर रहे हैं। अब हर रविवार को इस नजारे को देखने की व्यवस्था होगी। इस अवसर पर केशव मेहता, सुनील कुमार, हरिकेश पपोसा, जितेंद्र ढींगरा, ऋतू ढींगरा, आशा सिंगला, रेणु खुंगर, अम्बाला से सुरेखा, डा. ममता सूद, विमल विनोद वशिष्ट, वीरेंद्र कवि, मेघा, सुधीर ढांडा इत्यादि शामिल हुए।