श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा ने लिखित मांग पत्र भेजा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति को
वामन द्वादशी जैसे प्रमुख अवसरों पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा पहले भी किया जाता रहा है आधे दिन का अवकाश-जयनारायण
वामन द्वादशी पर हवन यज्ञ,कथा प्रवचन,शोत्रायात्रा,विशेष महाआरती,नौका विहार,कुश्ती दंगल,कबड्डी प्रतियोगिताएं सहित होगा सांस्कृति समारोह
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र विख्यात पुरातन मेले वामन द्वादशी पर्व पर कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी द्वारा आधा दिन का अवकाश घोषित करने मांग केयू कुलपति से की गई है। इस मांग संबंधित लिखित पत्र पूर्व में कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा रखी जा चुकी व्यवस्था का हवाला भी दिया गया है। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के सन्निहित,ब्रह्मसरोवर और कालेश्वर जैसे प्रमुख तीर्थों पर 15 से अधिक धर्मस्थलों संचालन कर रही श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा ने मांग पत्र में कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के कुलपति से मांग की है कि 7 सितंबर 2022 को मेला वामन द्वादशी के अवसर पर विश्वविद्यालय में आधा दिन का अवकाश रखा जाए।
उल्लेखनीय है कि करीब दो दशक बाद श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा,कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड और धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की अनेक धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से 2021 में हरियाणा के राज्यपाल एवं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय द्वारा कुरुक्षेत्र वामन द्वादशी मेले का पुर्नजागरण किया गया था। इसी श्रृंखला में साल 2022 में भव्य रुप में पिछले वर्ष की तरह वामन द्वादशी मेला आयोजित किया जाएगा और इस अवसर पर हवन,यज्ञ,कथा प्रवचन,शोभायात्रा,सायंकालीन विशेष महाआरती,नौका विहार, कुश्ती दंगल,कबड्डी प्रतियोगिताओं के अलावा हरियाणा कला परिषद द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आयोजित किए जा रहे हैं।इन कार्यक्रमों में स्थानीय संस्थाओं के अलावा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सनातन धर्म परंपराओं का प्रचार प्रसार कर रही अग्रणी संस्थाएं भी भागीदारी करेंगी।
श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा के मुख्य सलाहकार एवं कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के पूर्व सदस्य जयनारायण शर्मा एडवोकेट ने बताया कि पूर्व में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा यह व्यवस्था रही है कि वामन द्वादशी जैसे मुख्य अवसरों पर आधे दिन का अवकाश किया जाता रहा है,क्योंकि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अधिकांश कर्मचारी स्थानीय कुरुक्षेत्र वासियों की है और केयू का यह स्टाफ इस तरह के पुण्य अवसरों में भागीदारी कर सके,इसलिए आधे दिन का अवकाश किया जाता रहा है,लेकिन बीच में किन्हीं कारणों से यह व्यवस्था बंद हो गई,जिसके लिए श्री ब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति से निवेदन किया है।