सीईओ कटारिया और डीएसपी धालीवाल ने रस वादन किया वामन पुराण कथा का
कथा के पंडाल में भजनों पर खूब झूमे श्रद्धालु
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। श्री ब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा की ओर से सन्निहित सरोवर पर आयोजित वामन पुराण कथा के दूसरे दिन व्यासपीठ से अमृत वर्षा करते हुए प्रसिद्ध कथा वाचक शुकदेव आचार्य ने कहा कि भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर राजा बलि का अहंकार तोड़ा था। जब राजा बलि को अभिमान हो गया कि इससे बड़ा दानी कोई नहीं है तो भगवान विष्णु वामन रूप धारण करके राजा बलि के पास भिक्षा लेने के लिए पहुंचे। राजा बलि ने उनसे सब कुछ मांगने को कहा लेकिन वामन भगवान ने तीन कदम भूमि ही मांगी। जब वामन भगवान भूमि नापने लगे तो ढाई कदमों में ही तीनों लोक नाप दिए और तीसरा कदम रखने को जब जगह नहीं बची तो राजा बलि इनके आगे नतमस्तक हो गए और कहा कि हे भगवान यह तीसरा कदम मेरे सिर पर रख दो। उसे एहसास हो गया कि यह ब्राह्मण के रूप में स्वयं भगवान आए हैं इस प्रकार उसका अहंकार टूट गया।
वामन पुराण की कथा के समापन अवसर पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं नगराधीश चंद्रकांत कटारिया मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए, जबकि डीएसपी डा. शीतल सिंह धालीवाल इस कथा में विशिष्ट अतिथि के रुप में सम्मिलित हुए। दोनों अधिकारियों ने व्यासपीठ से आचार्य द्वारा की जा रही भागवत कथा का रसपान किया। इस अवसर पर ओम नमो नारायण तथा वामन भगवान के जयकारों से पूरा पंडाल गूंज उठा। जब आचार्य ने व्यासपीठ से भजन सुनाए तो श्रद्धालु झूम उठे। कटारिया और धालीवाल का कथा स्थल पर पहुंचने पर श्री ब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा की ओर से मुख्य सलाहकार जय नारायण शर्मा, प्रधान श्यामसुंदर तिवारी, प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा के नेतृत्व में सभा के पदाधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। कुरुक्षेत्र संस्कृत वेद विद्यालय के आचार्य नरेश कौशिक के नेतृत्व में वेद पाठी ब्राह्मणों ने मंत्रोच्चारण के साथ दोनों अधिकारियों को आशीर्वाद दिया। कथास्थल पर दोनों अधिकारियों ने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्य राजेश शांडिल्य और सभा के पदाधिकारियों के साथ वामन भगवान को माल्यार्पण की और उसके पश्चात व्यासपीठ की आरती उतारी। सभा की ओर से चंद्रकांत कटारिया और डा. शीतल सिंह धालीवाल तथा आचार्य राजेश वत्स को स्मृति चिन्ह व पटका देकर सम्मानित किया गया।
सभा के मुख्य सलाहकार जय नारायण शर्मा ने वामन द्वादशी मेला के आयोजन में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सीईओ चंद्रकांत कटारिया द्वारा विशेष रूप से सहयोग देने पर उनका आभार व्यक्त किया। उन्होने वामन द्वादशी मेले के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सभा के प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा ने बताया कि सभा इस प्रकार के धार्मिक आयोजन करती रहती है। सूर्य ग्रहण मेला और अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती समारोह में प्रशासन के साथ मिलकर आयोजनों में मुख्य भूमिका निभाती है। उन्होंने बताया कि वामन द्वादशी मेला जो कि पिछले 25 वर्ष से बंद पड़ा था गत वर्ष दोबारा से शुरू किया गया। यह मेला नगर की 32 सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। मेले के आयोजन में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की विशेष भूमिका रहती है। इस अवसर पर सभा के संरक्षक केके कौशिक, डॉ. सत्यदेव, श्रीमती सीता देवी, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन जलेश शर्मा, विजय शर्मा, नरेंद्र शर्मा निंदी, पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी अरुण आश्री, केडीबी सदस्य राजेश शांडिल्य, पृथ्वीनाथ गौतम, सभा के पूर्व प्रधान पंडित पवन शर्मा पौनी, उमंग संस्था के प्रधान देवीलाल बारना, थानेसर नप के पूर्व वाइस चेयरमैन राज गौड़, राजीव अच्चू स्वामी, प्राचीन श्रीदुर्गा माता मंदिर समिति कोषाध्यक्ष तुषार गौड़, नीरज शर्मा सहित अनेक श्रद्धालुओं ने आरती में भाग लिया।