निर्माण कार्यों के चलते 18 मंजिला ज्ञान मंदिर की ऊपरी छत पर सीढ़ियों से अब नहीं जा सकेंगे, भविष्य में होगी लिफ्ट की व्यवस्था
18 मंजिला ज्ञान मंदिर में हुए संकीर्तन में विधायक सुभाष सुधा की धर्मपत्नी एवं निवर्तमान थानेसर नगर परिषद अध्यक्षा उमा सुधा भी अन्य महिलाओं के साथ खूब झूमी
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर के निकट एशिया के सबसे ऊंचे निर्माणाधीन 18 मंजिला ज्ञान मंदिर के ऊपर एकबार फिर से प्रेरणा के संस्थापक एवं मंदिर के ट्रस्टी जय भगवान सिंगला के प्रयासों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इस मौके पर विशेष तौर हरियाणा के मुख्य सचिव रहे सेवानिवृत्त आई.ए.एस. अधिकारी धर्मवीर के प्रयासों से सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इन इंडिया की टीम पंचकूला से पहुंची। टीम अपने साथ अत्याधुनिक टेलीस्कोप लेकर आई थी। इस अत्याधुनिक टेलीस्कोप से तो लोग कुरुक्षेत्र का 18 मंजिला ज्ञान मंदिर की ऊपरी छत से नजारा देखकर ही दंग रह गए कि पूरे कुरुक्षेत्र के दर्शन हो रहे थे। कुरुक्षेत्र का हर कोना यह से नजर आ रहा था।
जय भगवान सिंगला के प्रयासों से लोगों ने चाहे सीढ़ियों से इतनी ऊंचाई पर आकर कुरुक्षेत्र के अदभुत नजारे को यहां से देखा हो लेकिन यह अंतिम अवसर था क्योंकि निर्माण कार्यों के चलते अब सीढ़ियों से यहां नहीं आ सकेंगे। अब भविष्य में लिफ्ट से व्यवस्था होगी। लोगों में यहां आने का ऐसा जोश था कि बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने संकीर्तन किया तथा खूब नाचे। विधायक सुभाष सुधा की धर्मपत्नी एवं निवर्तमान थानेसर नगर परिषद अध्यक्षा उमा सुधा भी खूब झूमी। उन्होंने भी खूब आनंद लिया।
जय भगवान सिंगला ने कहा यह फिर से ऐतिहासिक अवसर है कि 18 मंजिला ज्ञान मंदिर की ऊपरी छत पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हैं। आज लोगों को कुरुक्षेत्र के 18 मंजिल से अद्भुत दर्शन करवाने के लिए अत्याधुनिक टेलीस्कोप की व्यवस्था की गई है। यह टेलीस्कोप विशेष तौर से पंचकूला से लाए गए हैं। यह हरियाणा के मुख्य सचिव रहे सेवानिवृत्त आई.ए.एस. अधिकारी धर्मवीर के प्रयासों से संभव हो पाया है जो स्कूली बच्चों में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करने के लिए अभियान चलाए हुए हैं। टेलीस्कोप से कुरुक्षेत्र को देखने में लोगों ने खूब आनंद लिया। हर युवा वर्ग के लोगों को यह आनंद लेना चाहिए। सिंगला ने बताया कि यह मंदिर के निर्माण कार्यों के चलते 18वीं मंजिल पर लोगों के सीढ़ियों से आने का अंतिम अवसर था। भविष्य में लोग लिफ्ट से आ सकेंगे लेकिन एक वर्ष बाद फिर से आज के ही दिन सीढ़ियों आकर फिर से कुरुक्षेत्र का नजारा देखेंगे।
निवर्तमान थानेसर नगर परिषद अध्यक्षा उमा सुधा ने बताया कि दो दिन पहले लोगों को ज्ञान मंदिर से जुड़ने का आहवान किया गया था। उन्होंने बताया कि जय भगवान सिंगला के प्रयासों से फिर से बड़ी संख्या में महिला और पुरुष इतनी ऊंचाई से कुरुक्षेत्र का नजारा देखने पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि इस मौके पर सभी ने बड़ा ही सुंदर संकीर्तन किया। सभी लोग मंदिर की 14वीं मंजिल पर सेवानिवृत्त आई.ए.एस. अधिकारी धर्मवीर के प्रयासों से टेलीस्कोप के माध्यम से कुरुक्षेत्र का नजारा देखने यहां सीढ़ियों से यहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि जय भगवान सिंगला के प्रयासों से ही यह नजारा उन्हें भी देखने को मिला। सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इन इंडिया के प्रबंधक महिपाल शर्मा ने कहा कि एशिया के सबसे ऊंचे 18 मंजिला ज्ञान मंदिर में जय भगवान सिंगला के आहवान पर यहां पहुंचे हैं। उनकी संस्था की टीम पंचकूला से टेलीस्कोप लेकर कुरुक्षेत्र का नजारा इतनी ऊंचाई से दिखाने के लिए यहां पहुंचे हैं। उनकी संस्था के प्रयासों से बच्चों में विज्ञान के प्रति रूचि पैदा की जा रही है। मौके पर महिला ने कहा कि यह उसके जीवन का अविस्मरणीय अनुभव है कि पूरा कुरुक्षेत्र यहां से देखा जा सकता है।