48 कोस के तीर्थों पर भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी होगा आयोजन
एडीसी अखिल पिलानी ने महोत्सव के लिए आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के दिए आदेश
हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा कला परिषद व एनजेडसीसी के कलाकार देंगे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति
पुरुषोत्तमपुरा बाग और ब्रह्मसरोवर के घाटों पर होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित होगा अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2022 में भव्य और उच्च स्तरीय कार्यक्रमों की प्रस्तुति की जाएगी। इस महोत्सव के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का चयन करने की जिम्मेवारी हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा कला परिषद और उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केन्द्र पटियाला (एनजेडसीसी) को सौंपी गई है। इन विभागों को जल्द ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का चयन करके एक सूची तैयार करने के भी आदेश दिए गए है। अहम पहलू यह है कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को लेकर 19 नवंबर से 6 दिसंबर 2022 तक का संभावित शेड्यूल भी तैयार कर लिया गया है और इस महोत्सव इस संभावित शेड्यूल के अनुसार मुख्य कार्यक्रमों का आयोजन 29 नवंबर से 4 दिसंबर तक होगा। अहम पहलू यह है कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के सभी कार्यक्रम आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित होंगे।
अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की तैयारियों को लेकर अधिकारियों की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले एडीसी अखिल पिलानी, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के अतिरिक्त निदेशक डा. कुलदीप सैनी, नगराधीश चंद्रकांत कटारिया, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने कुरुक्षेत्र में 19 नवंबर से 6 दिसंबर 2022 तक आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रमों के चयन पर विस्तार से चर्चा की है। एडीसी ने कहा कि इस बार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में 19 नवंबर से 6 दिसंबर तक सरस और क्राफ्ट मेले का आयोजन होगा, 29 नवंबर से 4 दिसंबर तक मुख्य कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जिनमें सम्पूर्ण गीता पाठ, ब्रह्मसरोवर, ज्योतिसर और सन्निहित सरोवर गीता यज्ञ, हरियाणा पैवेलियन, आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 48 कोस के 75 तीर्थों पर कार्यक्रम, अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार, संत सम्मेलन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, 18 हजार बच्चों का सामूहिक गीता श्लोकोच्चारण, ग्लोबल गीता चेंटिग, दीपोत्सव, गीता शोभा यात्रा, गीता पुस्तक मेला, हरियाणा के विकास की प्रदर्शनी आदि कार्यक्रम शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि इसके साथ 19 नवंबर से 6 दिसंबर तक सरस और शिल्प मेले का आयोजन, प्रतिदिन आरती स्थल पर भजन संध्या, ऑनलाइन गीता क्वीज व प्रतियोगिता, आईजीएम-2022 मैराथन का आयोजन होगा। इसी प्रकार 13 नवंबर से 28 नवंबर तक किसी भी दिन दिल्ली में कुरुक्षेत्र एंड गीता पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन होगा, 18 नवंबर से 20 नवंबर पेंटिंग प्रतियोगिता, 18 से 28 नवंबर के बीच में वाल पेंटिंग, का आयोजन होगा। इसके अलावा ब्रह्मसरोवर के घाटों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन 19 नवंबर से 6 दिसंबर 2022 तक किया जाएगा। कुरुक्षेत्र 48 कोस के 75 तीर्थो पर भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन करने की रूपरेखा तैयार की जा रही है। इसके साथ-साथ राज्य के सभी जिलों में भी 2 दिसंबर से 4 दिसंबर तक जिला स्तरीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर केडीबी सदस्य उपेंद्र सिंघल, सौरभ चौधरी, सुशील राणा एनजेडसीसी के अधिकारी रविंद्र शर्मा, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से डीवाईसीए के निदेशक डा. महासिंह पूनिया, डीईईओ रामदिया गागट, एक्सईन रितेश कुमार सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।