बोले, कुरुक्षेत्र जिले में हजारों एकड़ धान की फसल हो गई है नष्ट
न्यूज़ डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र । हरियाणा के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक अरोड़ा ने कहा है कि धान में बीमारी आने से धान की फसल नष्ट हो रही है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि नष्ट हुई फसलों की विशेष गिरदावरी करवाकर मुआवजा देने की घोषणा करे। वे अपने निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होने कहा कि पहले गेहूँ की फसल बर्बाद हो गई और अब धान में बीमारी आने से धान की फसल खराब हो गई है। सरकार को चाहिए कि विशेष गिरदावरी करवाए और किसानों को 50 हजार रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाए व बीमा कंपनियों को सरकार आदेश दे कि जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा करवा रखा है उन्हे मुआवज दिया जाए।
ज्योतिसर निवासी चंदगी राम का जिक्र करते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि उसके 8 एकड़ धान की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। इसके अलावा अनेकों ऐसे किसान हरियाणा में हैं जिनकी फसल पूरी तरह से बीमारी से नष्ट हो गई है। चार-चार बार किटनाशकों का छिड़काव करने के बावजूद जिन किसानों की फसल खराब हो गई है वे किस प्रकार से इस घाटे की पूर्ति कर पाएंगें और किस प्रकार से वे अपने परिवार का खर्च चलाएंगें। काफी किसान तो ऐसे हैं जिन्होने ठेके पर जमीन लेकर खेती की हुई है। इस बात को ध्यान में रखकर इन किसानों को राहत देने के लिए मुआवजा देना जरूरी है। लेकिन सरकार अभी तक इस मामले में चुप्पी साधे बैठी हुई है। सरकार को चाहिए कि धान में किस कारण से यह बीमारी आई है उसकी विशेषज्ञों से जांच करवाए ताकि आगामी फसल को इस बीमारी से नुकसान न हो सके।
पूर्व मंत्री अरोड़ा ने कहा कि इस बारे में उन्होने कृषि विभाग के उपनिदेशक से भी बात की है। उन्होने कहा है कि जिस प्रकार से कोरोना वायरस आया था उसी प्रकार अब पशुओं और खेतों में यह बीमारी आ गई है। इसकी वजह से किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है। अशोक अरोड़ा ने कहा कि बीते वर्ष धान का उचित मूल्य किसानों को नही मिल पाया था। गेहूँ की फसल में भी किसानों को काफी घाटे का सामना करना पड़ा था और अब इस बीमारी से तो खेत के खेते खाली हो गए हैं जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।