प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बदहाल, बेरोजगारी झेल रहा युवा अपराध और नशे की गिरफ्त में – बलराज कुंडू
कुंडू बोले, नोकरियों की सरेआम लग रही हैं बोलियां, सरकार कर रही पारदर्शिता का ढोंग
न्यूज डेक्स संवाददाता
महम। जन सेवक मंच संयोजक एवं महम विधायक बलराज कुंडू ने कहा है कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की गलत नियत और नीतियों के परिणामस्वरूप हरियाणा के लाखों नौजवान लगातार बेरोजगारी की मार झेलने को मजबूर हैं। निराशा में डूबा युवा या तो नशे का शिकार हो रहा है या फिर अपराध की दलदल में फंसता जा रहा है। सरकारी नौकरियों की सरेआम बोलियां लग रही हैं और गठबंधन सरकार ईमानदारी और पारदर्शिता का ढकोसला कर रही है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था का जनाजा निकला हुआ है। वे आज महम हल्के के विभिन्न गांवों में कार्यक्रमों के दौरान लोगों से रूबरू थे। दोपहर बाद उन्होंने महम स्थित जन सेवक कार्यालय पर लोगों की समस्याएं सुनकर प्रसाशनिक अधिकारियों से बातचीत कर उनका यथासम्भव समाधान भी किया।
लोगों को सम्बोधित करते हुए बलराज कुंडू ने कहा कि बेरोजगारी में हरियाणा समूचे देश में नम्बर 1 पोजिशन पर खड़ा है और सरकार सच को स्वीकारने की बजाय आंकड़ों को ही झुठलाने में लगी हुई है। पारदर्शिता की बातें करने वाले सत्ता पक्ष के नेताओं के दावों की हकीकत क्या है यह आमजन से छिपी नहीं है। नोकरियों के नाम पर मची लूट और भर्ष्टाचार की खबरें आए रोज मीडिया की सुर्खियां बन रही हैं।
चिराग योजना की आड़ लेकर सरकारी स्कूलों को बन्द करने की गहरी साजिश रची गयी है जिसका खुलासा उन्होंने विधानसभा के अंदर भी किया था। सरकारी स्कूलों को बन्द किया जा रहा है। जानबूझ कर सरकारी स्कूलों को अध्यापकों से वंचित किया जा रहा है ताकि बच्चों की कमी का बहाना लेकर स्कूलों को बन्द किया जा सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य किसी भी राज्य की तरक्की के लिए बेहद जरूरी विषय होते हैं लेकिन हरियाणा सरकार का इन दोनों ही मामलों में कोई ध्यान नहीं है।
बलराज कुंडू ने कहा कि नशे के चलते आये रोज युवाओं की मौत की खबरें मीडिया में छाई रहती हैं लेकिन सरकार को इसकी कोई चिंता ही नहीं है। सरकार आज बुजुर्गों की पेंशन काटने के लिए परिवार पहचान पत्र को हथियार की तरफ इस्तेमाल कर रही है। पारिवारिक आय का बहाना बनाकर बुजुर्गों को पेंशन से वंचित किया जा रहा है जो सरासर अन्याय है। वे पुनः सभी बुजुर्गों की काटी गई पेंशन को दौबारा से बहाल किये जाने की मांग करते हैं।