गीता स्थली ज्योतिसर पर आकर मन को मिलती है परम शांति
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से गीता स्थली ज्योतिसर को विश्व पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस गीता स्थली ज्योतिसर को देखने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल विशेष तौर पर पहुंचे। इस तीर्थ स्थल परं पहुंचकर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल ने श्रीकृष्ण अर्जुन रथ और वट वृक्ष को नमन किया तथा तीर्थ स्थल को देखकर गदगद नजर आए तथा कहा कि गीता स्थली ज्योतिसर के दर्शन मात्र से ही मनुष्य का उद्धार हो जाता है। इस तीर्थ पर आकर मन को परम शांति प्राप्त होती है। अहम पहलू यह है कि गुजरात के राज्यपाल आचार्य डा. देवव्रत ने ज्योतिसर के इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा सरकार के प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से बताया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल ने गुरुकुल कुरुक्षेत्र के साथ-साथ गांव कैंथला में प्राकृतिक फार्म हाउस का अवलोकन करने के दौरान धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों को देखने की इच्छा जाहिर की। यहां कैंथला गांव से राज्यपाल आचार्य डा. देवव्रत, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल, गुजरात के कृषि मंत्री राघव भाई पटेल और हरियाणा के बिजली एवं जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला सबसे पहले गीता स्थली ज्योतिसर में पहुंचे। सभी मेहमानों ने सबसे पहले ज्योतिसर के प्राचीन मंदिर, वट वृक्ष जहां पर भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के दौरान अर्जुन का मोह भंग करने और कर्म करने का संदेश देने के लिए गीता के उपदेश दिए, का मनोभाव से अवलोकन किया और नमन किया। इसके बाद श्रीकृष्ण अर्जुन रथ और भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप को भी देखा।
ज्योतिसर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से लगभग 206 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हो रहे महाभारत थीम के संग्रहालय सहित अन्य प्रोजेक्ट का भी मेहमानों ने अवलोकन किया। सभी ने वट वृक्ष के साथ एक यादगारी चित्र भी करवाया। ज्योतिसर तीर्थ का अवलोकन करने के उपरांत राज्यपाल तथा गुजरात के मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्रीगण और अधिकारी ब्रह्मसरोवर का अवलोकन करने के लिए पहुंचे। यहां पर हर वर्ष आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव, सूर्यग्रहण मेले, सोमवती अमावस्या के साथ-साथ अन्य आयोजनों का ब्रह्मसरोवर के साथ जुड़ाव होने तथा इतिहास के बारे में प्रशासन की तरफ से विस्तार से जानकारी दी गई। सभी मेहमानों ने पुरुषोत्तमपुरा बाग में श्रीकृष्ण अर्जुन के विराट रथ को निहारा और यहां पर एक समूह चित्र भी करवाया। सभी मेहमानों ने धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र के तीर्थ स्थलों और सरकार के प्रयासों से पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजनाओं के बारे में जमकर प्रशंसा की है। इस मौके पर अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के कैलाश नाथन, अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी, एसडीएम अदिति आदि अधिकारीगण उपस्थित थे।