न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष एवं श्री जयराम शिक्षण संस्थान के चेयरमैन ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से सेठ नवरंग राय लोहिया जयराम कन्या महाविद्यालय में चल रहे हिंदी सप्ताह समारोह का शनिवार को समापन हुआ। इस मौके पर राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न टीमों ने सशक्त भागीदारी दिखाई। इस अवसर पर निर्णायक मंडल के रूप में गवर्नमेंट कॉलेज पलवल के एसोसिएट प्रोफेसर डा. कृष्ण कुमार एवं रिटायर्ड एसोसिएट प्रोफेसर डा. अनुपमा शर्मा मौजूद रही। मुख्य वक्ता के रूप में डा. कृष्ण कुमार ने भाषा संस्कृति और विकास विषय पर अपने सुंदर एवं ओजस्वी शब्दों द्वारा अपने विचारों को वैचारिक अभिव्यक्ति दी।
इस साप्ताहिक समारोह में विभिन्न गतिविधियों के द्वारा हिंदी भाषा के प्रति प्रेम एवं जन जागृति को प्रदर्शित किया गया। जानकारी अनुसार श्रृंखला में 12 सितम्बर को हिंदी कविता पाठ एवं लघु कथा लेखन प्रतियोगिता करवाई गई।13 सितम्बर को हिंदी भाषा में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।14 सितम्बर को हिंदी भाषा विज्ञान, साहित्य, आलोचना, कविता आदि पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसे स्टाफ एवं छात्राओं ने बहुत सराहा व हिंदी के प्रति अपनी अभिरुचि जाहिर की। 16 सितम्बर को छात्राओं द्वारा बनाए गए सुंदर पोस्टरों की प्रदर्शनी लगाई गई। इस प्रतियोगिता में बी. ए.प्रथम वर्ष की छात्रा आरजू सैनी प्रथम, बी. ए. प्रथम वर्ष की छात्रा पूजा द्वितीय तथा बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा वर्षा तृतीय स्थान पर रही।
भाषण प्रतियोगिता में संध्या दयानंद महिला महाविद्यालय ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, सृष्टि दयानंद महिला महाविद्यालय ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। कनिका सेठ नवरंग राय लोहिया जयराम कन्या महाविद्यालय लोहार माजरा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त मुस्कान महाराणा प्रताप नेशनल कालेज मुलाना एवं मनप्रीत कौर चौधरी ईश्वर सिंह कन्या महाविद्यालय ढांड ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किए। मुख्य वक्ता ने कहा कि हिंदी हमारी आन बान शान है, हिंदी से हमारी पहचान है। हिंदी सीढ़ी दर सीढ़ी अपने विकास की ओर बढ़ती गई और समाज में अपना अमिट स स्थान बनाती गई। आज देश-विदेश में भी हिंदी का परचम लहरा रहा है।
प्राचार्या डा. सुदेश रावल ने इस कार्यक्रम की आयोजन समिति को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज भाषण प्रतियोगिता का जो विषय लिया गया, वह अत्यंत महत्वपूर्ण है। क्योंकि हिंदी आज वैश्विक स्तर पर भी अपना गौरव और सम्मान बनाए हुए है। किसी भी भाषा को ऐसा सम्मान प्राप्त नहीं है, जितना हिंदी को मिला है। उन्होने विजेता छात्राओं को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए। कार्यक्रम के अंत में डा. सुनीता शर्मा ने सभी गणमान्य अतिथियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर भूतपूर्व प्राचार्य परशुराम कॉलेज योगेश्वर जोशी, डा. अनीता शर्मा, डा. संतोष, अंजू सैनी, डा. सुनीता रानी, डा. संगीता मेहता इत्यादि मौजूद रहे। प्राचार्या एवं आयोजक समिति ने मुख्य वक्ता एवं निर्णायक मंडल को स्मृति चिन्ह भेंट किया।