पंचायती राज चुनावों से भाग रही है बीजेपी : डॉ. सुशील गुप्ता
आप की लोकप्रियता से डरी बीजेपी, हिम्मत है तो समय से चुनाव करवाएं सरकार : डॉ. सुशील गुप्ता
जीवित बुजुर्गों को मृत दिखाना शर्मनाक, पांव पकड़ के माफी मांगे जिम्मेदार अधिकारी : डॉ. सुशील गुप्ता
न्यूज डेक्स संवाददाता
रोहतक। प्रदेश के अंदर भ्रष्टाचार, बेरोजगार और अपराध बढ़ता जा रहा है। पूरे प्रदेश में स्कूल बंद होने के कगार पर है। अस्पताल बन नहीं रहे। महिलाएं 6 बजे के बाद घर से निकल नहीं सकती। बिजली-पानी की चौबीस घंटे सुविधा भी नहीं मिल रही है। हरियाणा सरकार प्रदेश के पंचायती राज के ढांचे को खत्म कर देना चाहते हैं। सरकार लोकतांत्रिक परंपराओं से भाग रही है। ये बात आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने कही। वे रोहतक के आम आदमी पार्टी के जोन कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा की खट्टर सरकार जानबूझकर पंचायत चुनावों से भाग रही है। और प्लानिंग के साथ पंचायत चुनाव को टाल रही है, ताकि गांवों का विकास ना हो सकें। उन्होंने कहा कि हरियाणा में पंचायतों का कार्यकाल 23 फरवरी 2021 को पूरा हो चुका है। एक साल 8 महीने का समय निकाल चुका है, लेकिन खट्टर सरकार लोकतंत्र के सबसे पहले पड़ाव गांव की राजनीति को खत्म कर देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि क्योंकि किसानों से तीन काले कानूनों के खिलाफ आंदोलन किया था। 750 से ज्यादा किसानों ने आंदोलन में शहादत दी थी।
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने खून पसीने की मेहनत से फसल उगाने वाले किसानों का संबंध पाकिस्तान और चीन से बताया था। इसलिए खट्टर सरकार को डर है कि इनको गांव से वोट नहीं मिलेगी। इसलिए साजिश के तहत पंचायत चुनाव नहीं होने देना चाहती। पंचायत चुनाव न होने के कारण गांव के विकास कार्य ठप पड़े हैं। उन्होंने कहा कि सीएम मनोहर लाल गांवों में जाने से डरते हैं और इसीलिए पंचायत चुनाव नहीं करा रहे।
आप प्रदेश प्रभारी डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली पहले कई बार 30 सितंबर तक पंचायत चुनावों कराने की बात कर चुके हैं। लेकिन अब चुनाव आयोग के पत्र से साफ हो गया है कि चुनाव इस साल होना मुश्किल है। क्योंकि चुनाव आयोग को अभी तक हरी झंडी ही नहीं मिली है।
उन्होंने कहा कि चुनाव न होने के कारण गांवों में अव्यवस्था का माहौल है। हरियाणा में इस बार 71741 पदों पर चुनाव होने हैं। इनमें 6228 सरपंच, 62022 पंच, ब्लॉक समिति के 30380 पदों पर चुनाव होने हैं। जबकि जिला परिषद के सदस्य 411 हैं। पंचायत चुनाव के लिए राज्य चुनाव आयोग ने लगभग 78 हजार ईवीएम अन्य राज्यों से मंगवाई हुई है। जोकि काफी समय से ऐसे ही रखी जंग खा रही है।
आम आदमी पार्टी प्रदेश प्रभारी डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि खट्टर साहब जानबूझकर पंचायत चुनावों, जिला परिषद चुनावों और नगर निगम चुनावों को नहीं होने देना चाहती।फरीदाबाद नगर निगम का कार्यकाल फरवरी में पूरा हो चुका है। जबकि गुरुग्राम नगर निगम का कार्यकाल 2 नवंबर को पूरा हो रहा है, लेकिन अभी तक खट्टर सरकार ने कोई तैयारी नहीं की।
उन्होंने कहा कि मैं खट्टर सरकार को चुनौती देता हूं कि अगर हिम्मत है तो पंचायत और नगर निगम के चुनाव जल्द करके दिखाएं। हरियाणा की खट्टर सरकार आम आदमी पार्टी की लगातार बढ़ती लोकप्रियता से घबरा गई है और जानबूझकर चुनावों से भाग रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और जेजेपी सरकार को अपने घोटाले की पोल खुलने का भी डर सता रहा है।हरियाणा में लोग भी बदलाव चाहते हैं। प्रदेश में दिल्ली और पंजाब की तर्ज बदलाव के लिए जनता तैयार है।
वहीं उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि जीवित बुजुर्गों को मृत दिखाना और उनकी पेंशन बंद कर देना शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि इसके जिम्मेदार मंत्री और अधिकारियों को संबंधित बुजुर्गों के पैर पकड़कर माफी मांगनी चाहिए। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के मध्य जोन संयोजक अश्विनी दुलहेड़ा, यूथ विंग प्रदेशाध्यक्ष अरुण हुड्डा, एडवोकेट महेश शर्मा मुख्य रूप से मौजूद रहे।