सांसद ने संस्थान को 5 लाख रुपए अनुदान राशि देने की घोषणा
स्कूल की विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों को मेहमानों ने किया सम्मानित
छोटे-छोटे बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की दी प्रस्तुति
न्यूज डेक्स संवाददाता
बाबैन। सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि शिक्षकों को अपने अमूल्य व्यवसाय पर गौरवान्वित महसूस करना चाहिए। शिक्षक शिक्षा की ज्योति को निरंतर प्रकाशित करने का महान व्यक्तित्व होता है। शिक्षकों को कर्मठता, ईमानदारी तथा समर्पित भाव से कार्य करने का संकल्प लेकर महान गुरुओं की परंपरा को अपने व्यवहार तथा कार्यों से श्रेष्ठता के शिखर पर स्थापित करने का प्रयास करना चाहिए। आदर्शों तथा मानकों को शिक्षक ही स्थापित कर सकता है। शिक्षक समाज में सांस्कृतिक व जीवन मूल्यों का वाहक होता है। वह इन जीवन मूल्यों को पीढ़ी दर पीढ़ी समाज को देता है।
सांसद नायब सिंह सैनी रविवार को संजय गांधी ओमप्रकाश गर्ग मेमोरियल पब्लिक स्कूल सुजरा बाबैन में स्कूल के पुरस्कार वितरण एवं नए भवन के उदघाटन कार्यक्रम में शिरकत करने के दौरान विद्यार्थियों, अध्यापकों व स्कूल के अन्य स्टाफ को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं पूर्व विधायक डा. पवन सैनी भी मौजूद थे। इस पहले सांसद नायब सिंह सैनी, प्रदेश महामंत्री डा. पवन सैनी, संस्थान के प्रधान पवन गर्ग ने दीप प्रज्जवलित कर व मां सरस्वती को नमन किया।
इसके उपरांत रिबन काटकर कार्यक्रम का विधिवत रूप से शुभारंभ किया। इसके उपरांत सभी मेहमानों ने विधिवत रूप से स्कूल के भवन की नई इमारत का उदघाटन किया। इस दौरान सांसद नायब सिंह सैनी व प्रदेश महामंत्री डा. पवन सैनी ने स्कूल परिसर में पौधारोपण भी किया। इस मौके पर सांसद नायब सैनी ने संस्थान को 5 लाख रुपए का अनुदान देने की घोषणा भी की है। सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि भारतीय दर्शन तथा ज्ञान जगत में गुरु को ब्रह्मा की उपमा से संबोधित किया गया है। गुरु सृजनकर्ता है इसलिए उसे ब्रह्मा की उपमा से अलंकृत, सुशोभित तथा संबोधित किया गया है। इस पूर्ण ब्रह्मांड में गुरु ज्ञान वाहक है। प्रत्येक सफल व्यक्ति चाहे वो किसी भी पद व स्थान पर सुशोभित हो, उसके पीछे गुरु की ही कृपा रहती है।
सांसद ने कहा कि शिक्षक का कार्य कल्याणकारी होता है। वह मानवीय निर्माण में सृजनात्मक भूमिका निभाता है। वह मानवीय जीवन को ज्ञान से सिंचित कर जीने योग्य बनाता है, इसलिए शिक्षकों को अपने चरित्र, व्यवहार, आचरण तथा व्यवसाय के सही अर्थों को समझते हुए अपने आपको गौरवान्वित महसूस करना चाहिए। वर्तमान भौतिकवाद की चकाचौंध में शिक्षकों से समाज की अपेक्षाएं बढ़ी हैं। शिक्षक को विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों तथा समाज में अपने प्रति मान-सम्मान व श्रद्धा का भाव पैदा करना चाहिए। यह तभी संभव है जब वह कर्मठता, ईमानदारी तथा समर्पित भाव से अपना शिक्षण कार्य करेगा। शिक्षण एक बहुत ही पुनीत व्यवसाय है। शिक्षक विद्यार्थियों का शिक्षण, प्रशिक्षण तथा मार्गदर्शन से जीवन निर्माण करता है। शिक्षक होना सौभाग्य की बात है। इस व्यवसाय को अपनाकर गौरवान्वित महसूस करना चाहिए। वर्तमान समय में शिक्षकों के लिए चुनौतियां भी कम नहीं हैं। समाज की हर व्यक्ति तथा वर्ग की दृष्टि हर समय शिक्षक पर रहती है। शिक्षक की भूमिका बहुत ही विशाल होती है। उसे कक्षा से बाहर निकलकर कई कार्य करने पड़ते है।
प्रदेश महामंत्री डा. पवन सैनी ने कहा कि शिक्षकों से सामाजिक अपेक्षाएं बढ़ चुकी हैं। वर्तमान में ज्ञान प्रेषण के माध्यम बदल चुके हैं। संचार तथा तकनीकी क्रांति ने दुनिया के ज्ञान का आकार सीमित कर दिया है। ज्ञान पुस्तकों से निकलकर संचार यंत्रों में प्रवेश हो चुका है। वर्तमान में जो ज्ञान शिक्षक बच्चों को दे रहा है, हो सकता है संचार क्रांति के कारण बच्चों को पहले से ही पता हो, इसलिए शिक्षकों को वर्तमान परिस्थितियों में जागरूक तथा दुनिया की घटित हो रही जानकारियों से प्रत्येक क्षण परिचित रहना होगा। यह सत्य है कि कोई भी संचार माध्यम शिक्षा का विकल्प नहीं हो सकता। शिक्षण-प्रशिक्षण में कक्षा कक्ष, पाठशाला के शैक्षिक वातावरण तथा शिक्षक के अनुभव की एक महत्त्वपूर्ण भूमिका रहती है। एक कुशल शिक्षक को यह भी जानना होगा कि इस ज्ञान की तीव्र प्रेषण गति में वह कहीं पीछे न रह जाए। शिक्षक को अपने ज्ञान, अनुभव एवं जागरूकता से विद्यार्थियों, अभिभावकों तथा समाज पर अपना प्रभाव बनाकर श्रेष्ठ रूप में प्रस्तुत करना ही होगा। शिक्षक समाज में नेतृत्व प्रदान करता है।
संस्थान के प्रधान पवन गर्ग ने सभी मेहमानों का स्वागत किया और स्कूल द्वारा संचालित की जा रही है विभिन्न गतिविधियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। स्कूल के सरंक्षक प्रवीण गुप्ता ने सभी मेहमानों का आभार व्यक्त किया। स्कूल प्रशासन द्वारा सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। इस कार्यक्रम में स्कूल के बच्चों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। इस मौके पर स्कूल के सचिव रविंद्र बंसल, उप सचिव नरेंद्र सिंघल, कोषाध्यक्ष जितेंद्र सिंह गिल, प्रिंसिपल सुरेश सैनी सहित स्कूल का अन्य स्टाफ भी मौजूद था।
स्कूल के होनहार व विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों को किया सम्मानित
प्रिंसिपल सुरेश सैनी ने कहा कि स्कूल द्वारा समय-समय पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। इन गतिविधियों अच्छा प्रदर्शन करने वाले बच्चों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान सहित सांत्वना पुरस्कार भी प्रदान किए जाते है। स्कूल के पुरस्कार वितरण एवं नए भवन के उदघाटन कार्यक्रम के दौरान भी प्रतियोगिताओं के विजेता बच्चों को सांसद नायब सिंह सैनी, प्रदेश महामंत्री डा. पवन सैनी, संस्थान के प्रधान पवन गर्ग, सरंक्षक प्रवीण गुप्ता सहित अन्य मेहमानों द्वारा स्मृति चिन्ह व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।