हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी को सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्वीकृति दिए जाने से चहुंओर खुशी की लहर
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के गठन को माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्वीकृति दिए जाने से हरियाणा के सिख समाज में खुशी की लहर है। इस उपलक्ष में हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के पूर्व युवा प्रदेशाध्यक्ष एवं शिरोमणि अकाली दल हरियाणा स्टेट के वरिष्ठ नेता कवलजीत सिंह अजराना के नेतृत्व में सिख संगत ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी कुरुक्षेत्र में आज एकत्रित हुई और लड्डू बांट कर प्रसन्नता का इजहार किया।
कवलजीत सिंह अजराना ने संगत को विश्वास दिलाया कि अब हरियाणा के सभी गुरुद्वारा साहिबान का प्रबंध सुचारू रूप से चलाया जाएगा। इतना ही नहीं, अच्छी शिक्षा देने के साथ-साथ विकास की ओर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि हरियाणा के गुरुद्वारा साहिबान की प्रबंध व्यवस्था अब पूरे देश के लिए एक मिसाल होगी। गुरुद्वारा साहिबान के साथ-साथ शिक्षण संस्थानों और अस्पतालों में कार्यरत कर्मचारियों के उत्थान के लिए भी विशेष प्रयास किए जाएंगे। पिछले लंबे समय से उपेक्षा की शिकार हरियाणा की सिख संगत के लिए अच्छे दिनों की अब शुरुआत हो चुकी है, इसलिए हरियाणा की तमाम सिख संगत शिरोमणि अकाली दल हरियाणा स्टेट के झंडे के नीचे एकजुट होकर अपनी नई जिम्मेदारी निभाने के लिए आगे आएं।
अजराना ने बताया कि सन 2000 में कुरुक्षेत्र से उन्होंने हरियाणा में अलग कमेटी की मांग को लेकर आवाज बुलंद की थी। वर्ष 2004 के चुनाव में हरियाणा की सिख संगत ने 11 में से 7 सीटों पर उनके उम्मीदवारों को विजयी भी बनाया था। मगर दुर्भाग्यवश सरकार की कुचालो के चलते यह मामला लटकता रहा। उन्होंने माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा आज दिए गए फैसले का स्वागत करते हुए हरियाणा की भाजपा सरकार के साथ-साथ इस कमेटी का गठन करने वाली तत्कालीन हुड्डा सरकार, पंजाब सरकार और प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष सहयोग करने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के असंध से मेंबर और शिरोमणि अकाली दल हरियाणा स्टेट के वरिष्ठ नेता जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध ने गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव में लड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि अब युवाओं को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा।
इतना ही नहीं, उन्होंने सभी बुजुर्गों से आह्वान किया कि वे चुनाव न लड़ें और युवाओं को आगे आने का मौका प्रदान करें। उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पर हरियाणा के गुरुद्वारा साहिबान की उचित देखभाल न करने के आरोप भी लगाए। इस दौरान तजिंदर सिंह मक्कड़, इंद्र सिंह करनाल, प्रितपाल सिंह, तरनजीत सिंह, जसपाल सिंह, परमजीत सिंह, नरेंद्र सिंह, लखविंदर सिंह हाबड़ी, हरबंस सिंह सरपंच, गुरप्रीत सिंह, सतनाम सिंह तख्खर, शेर सिंह पानीपत, अमरजीत सिंह झिंडा, परमजीत सिंह चंदी, सेवा सिंह लोटनी, गुरविंदर सिंह, जगदेव सिंह गाबा, सुखवंत सिंह, करतार सिंह दामली, इंद्रजीत सिंह सग्गू सहित सिख संगत मौजूद रही।