पीएचडी चैंबर ने कर्मचारी भविष्य निधि पर किया सेमिनार का आयोजन
न्यूज डेक्स संवाददाता
चंडीगढ़। किसी भी संस्थान में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए भविष्य निधि बेहद महत्वपूर्ण है। ऑनलाइन प्रणाली में डाटा दर्ज करते समय बेहद सावधानी की जरूरत है। कर्मचारियों का डाटा पीएफ के लिए देने हेतु जरूरी है कि उनका केवाईसी तथा परिवार नोमिनेशन बेहद ध्यान से भरा जाना चाहिए। उक्त विचार अतिरिक्त केंद्रीय पीएफ आयुक्त रोहित कुमार ने पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा स्थनीय सैक्टर-31 स्थित कार्यालय में पीएफ के क्षेत्र में हुए बदलाव तथा चुनौतियों को समझने के लिए आयोजित एक दिवसीय सेमिनार को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि दस्तावेजों को तैयार करने तथा ऑनलाइन डाटा देने में जितनी पारदर्शिता होगी उतना ही कर्मचारियों तथा उद्योग प्रबंधकों को लाभ मिलेगा। इससे पहले पीएचडीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अशोक खन्ना ने अधिकारियों तथा उद्योगपतियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह एक ऐसा मंच है जहां कोई भी वरिष्ठ ईपीएफओ अधिकारियों की उपस्थिति में भविष्य निधि से संबंधित मुद्दों और चुनौतियों को समझ और स्पष्ट कर सकता है जो प्रतिभागियों के सुझावों को उनके संबंधित संशोधनों में लागू कर सकते हैं।
पीएचडीसीसीआई मानव संसाधन एवं आईआर समिति के को-चेयर आशीष मोहन विग ने चैंबर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) सदस्यता और उसके फंड के मामले में दुनिया के सबसे बड़े संगठनों में से एक है। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों और नियोक्ताओं के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर करने के लिए सत्र का आयोजन किया गया है।
पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री पंजाब कमेटी के चेयर आर.एस.सचदेवा ने कहा कि इज ऑफ डुइंग बिजनेस रैंकिंग 2018 में भारत ने कर भुगतान श्रेणी के तहत 53 पदों की विशाल छलांग लगाई है, जिसका मुख्य कारण है ईपीएफ के इलैक्ट्रॉनिक भुगतान के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और मौजूदा ईपीएफओ खाताधारकों में एक मिलियन से अधिक लोगों को जोड़ा गया। चंडीगढ़ के भविष्य निधि आयुक्त-2 अर्जुन ठुकराल ने ईपीएफओ, ईपीएफओ अधिनियम, ईपीएफ योजनाओं, ईपीएफओ के दायरे और कवरेज, कर्मचारियों को लाभ, पेंशनभोगियों के लिए पहल, दावा निपटान पर जानकारी दी।
चंडीगढ़ के भविष्य निधि आयुक्त पीपीएस मैंगी और राकेश कुमार पंवार क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त हिमाचल प्रदेश के साथ प्रतिभागियों को सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन जारी करने,केवाईसी अनुपालन, एकाधिक यूएएन, परिवार नामांकन, एबीवाई योजना आदि के बारे में जानकरी दी। इस अवसर पर पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री पंजाब के को-चेयर संजीव सिंह ने आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया।