उपप्रधानमंत्री देवी लाल के 109वीं जयंती पर सम्मान दिवस रैली में फतेहाबाद की धरती पर जुटा पूरे देश का विपक्ष, रखी गई तीसरे मोर्चे की नींव
इनेलो सुप्रीमो के प्रयास से भाजपा विरोधी दलों के दिग्गज नेता आए एक मंच पर
महारैली में लाखों की संंख्या में आई भीड़ को देख गदगद हुए पूरे देश से जुटे सभी दिग्गज नेता
न्यूज डेक्स संवाददाता
फतेहाबाद। देश के उपप्रधानमंत्री रहे स्वर्गीय जननायक ताऊ देवी लाल के 109वें जन्मदिवस को मनाने के लिए फतेहाबाद की अनाज मंडी में आयोजित सम्मान दिवस रैली ने देश में तीसरे मोर्चे के गठन की संभावनाओं की नींव रख दी। इस रैली में पूरे देश से विभिन्न राज्यों से आए भाजपा विरोधी दलों के प्रमुख नेताओं ने मंच साझा कर भाजपा के खिलाफ बिगुल बजा दिया। इंडियन नेशनल लोकदल के मंच पर केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ देश की राजनीति में बड़ा नाम रखने वाले दिग्गज नेताओं द्वारा भरी गई हुंकार ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव में तीसरे मोर्चे के गठन को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लगा दिया है।
देश में दो बार विपक्ष को एकजुट कर कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने का श्रेय चौधरी देवी लाल को ही जाता है। पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला और उनके छोटे बेटे अभय सिंह चौटाला दोनो पिता-पुत्र की मेहनत और चौधरी देवी लाल के राष्ट्रीय पटल पर दमदार रहे व्यक्तित्व का ही परिणाम रहा जो उनके एक आह्वान पर देश के अलग-अलग राज्यों से उन दलों के नेता फतेहाबाद पहुंचे जो पूंजीपतियों के पक्ष के कानून बनाने व किसानों, मजदूरों और छोटे व्यापरियों को खत्म करने की साजिश रचने वाली केंद्र की भाजपा सरकार की देश विरोधी नीतियों के खिलाफ हैं।
ताऊ देवी लाल की राजनीतिक पाठशाला का हिस्सा रहे देश के विभिन्न राज्यों के नेता आज अपने-अपने इलाकों की राजनीति में मजबूत पकड़ रखते हैं और या तो अभी भी अपने यहां सरकार चला रहे हैं या फिर दमदार विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। इनेलो सुप्रीमो पिछले काफी समय से पूरे देश के विपक्ष को एकजूट करने के लिए प्रयासरत थे जिसका सार्वजनिक तौर पर पहला मौका चौधरी देवी लाल के जन्मदिवस पर आयोजित सम्मान दिवस रैली में मिला। रैली में मौजूद भीड़ से गदगद इन नेताओं को भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर तीर चलाने का मौका मिला और इस मौके को इन्होंने हाथ से जाने भी नहीं दिया।
कश्मीर से कन्याकुमारी व महाराष्ट्र से उत्तर-पूर्व तक का दिखा प्रतिनिधित्व
लंबे अरसे के बाद सम्मान दिवस रैली पहला ऐसा मंच बना जिसमें कश्मीर से कन्याकुमारी और महाराष्ट्र से उत्तर-पूर्व राज्यों तक का प्रतिनिधित्व साफ नजर आया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, महाराष्ट्र से देश की राजनीति के बड़े थिंक टैंक माने जाने वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पंवार ने मंच साझा किया,जबकि उत्तर-पूर्व के राज्य मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अपना वीडियो संदेश रैली में मौजूद जनसमूह के लिए भेजा। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, अकाली नेता व पंजाब के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सरदार सुखबीर सिंह बादल, शिव सेना सांसद अरविंद सावंत, सुप्रीमो व महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रतिनिधि, वहीं, उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक एवं जम्मू-कश्मीर से नैशनल कॉन्फे्रंस के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुला ने लिखित संदेश भेजा।