प्रदेश की सिख संगत के प्रतिनिधि ही संभाल रहे गुरुद्वारा साहिबान का प्रबंध: जत्थेदार हरभजन सिंह मसाना
पहले भी प्रदेश की सिख संगत सिरे से नकार चुकी है अलग कमेटी को
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र।एसजीपीसी अधीन गुरुद्वारा साहिबान की सेवा संभाल के मुद्दे पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर के मैंबर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से मिलेंगे। एसजीपीसी मैंबर साहिबान का प्रतिनिधिमंडल सीएम से मिल कर उन्हें उपरोकत मामले में सारी स्थिति से अवगत कराएंगें। यह जानकारी एसजीपीसी मैंबर जत्थेदार हरभजन सिंह मसाना ने ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही छठी में दी। इस दौरान उनके साथ शिरोमणि अकाली दल कुरुक्षेत्र के जिला प्रधान जरनैल सिंह बोढी, नंबरदार अमरजीत सिंह, तजिंदरपाल सिंह स्याहपोश पटवारी, गुरुद्वारा साहिब के मैनेजर अमरिंदर सिंह, मंगल सिंह सलपानी मौजूद रहे।
जत्थेदार मसाना ने कहा कि सीएम मनोहर लाल से मिलकर उन्हें बताया जाएगा कि प्रदेश के गुरुद्वारा साहिबान की सेवा संभाल यहां की संगत द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों के पास ही है। सीएम को अगवत कराया जाएगा कि एसजीपीसी अधीन हरियाणा के गुुरुद्वारा साहिबान की सेवा संभाल प्रदेश की संगत द्वारा चुने गए प्रतिनिधि ही देख रहे हैं। प्रदेश में एसजीपीसी के ११ मैंबर है, जिन्हें यहां की सिख संगत ने साल 2011 के चुनाव में जिता कर प्रतिनिधित्व दिया था। यही प्रतिनिधि एसजीपीसी मैंबर के रूप में सभी गुरुद्वारा साहिबान का प्रबंध देख रहे हैं। अगर बात की जाए गुरुद्वारा के सेक्सन-87 के गुरुद्वारा साहिबान के प्रबंध की, तो वहां लोकल प्रबंधक कमेटियां की देख रही हैं।
एक सवाल के जवाब में एसजीपीसी मैंबर ने कहा कि हरियाणा के गुरुद्वारा साहिबान का बजट 40-50 करोड़ ही है, जबकि संगत को प्रदेश के गुरुद्वारा साहिबान का बजट कुछ स्वार्थी एवं स्वयंभू नेताओं द्वारा कभी 150 करोड़ तथा कभी 400 करोड़ रुपये बताया जा रहा है, जो कि सरासर गलत आकंड़े हैं। हरियाणा के गुरुद्वारा साहिबान से केवल दसवंध (दसवां हिस्सा) ही प्रमुख कार्यालय में भेजा जाता है, जबकि इससे काफी ज्यादा राशि हरियाणा के गुरुद्वारा साहिबान के प्रबंध पर एसजीपीसी द्वारा लगाई जाती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के सभी ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिबान की सेवा संभाल एसजीपीसी के पास ही है। इसलिए संगत स्वार्थी लोगों के बहकावे में न आए। जत्थेदार मसाना ने कहा कि एसजीपीसी के आगामी चुनाव में प्रदेश की संगत फैसला सभी के सामने होगा।
पहले भी हरियाणा में अलग कमेटी का मुद्दा जोरशोर से उठाया गया था, लेकिन साल 2011 में हुए चुनाव में प्रदेश की सिख संगत ने इसे पूरी तरह से नकारते हुए शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशियों को विजयी बनाया था। अब फिर से कुछ स्वार्थी एवं स्वयंभू नेताओं द्वारा हरियाणा की सिख संगत को दोफाड़ करने और श्री अकाल तखत साहिब से अलग करने का षड्यंत्र रचा गया है। एक सवाल के जवाब में हरभजन सिंह मसाना ने कहा कि एसजीपीसी मैंबर एकजुट हैं और हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी द्वारा सिर्फ प्रदेश की संगत को बहकाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीते दिवस जींद के ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब पातशाही नौवीं में एक बैठक हुई थी, जिसमें उनके अलावा एसजीपीसी मैंबर बलदेव सिंह कैमपुर, बलदेव सिंह खालसा, भूपिंदर सिंह असंध, बीबी अमरजीत कौर बाड़ा, जगसीर सिंह मांगेआना शामिल थे। उन्होंने कहा कि इस मीटिंग में फैसला लिया गया है कि एसजीपीसी मैंबर सीएम मनोहर लाल खट्टर से मिलेंगे। सीएम को बताया जाएगा कि जगदीश सिंह झींडा व बलजीत सिंह दादूवाल सिर्फ न सिर्फ प्रदेश की सिख संगत, बल्कि प्रदेश सरकार को भी गुमराह कर रहे हैं। एसजीपीसी मैंबर साहिबान का झींडा व दादूवाल के साथ होने का दावा खोखला है।