श्री ब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा ने संरक्षक के सम्मान पर दी बधाई
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। श्री ब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा की संरक्षक एवं स्वतंत्रता सेनानी पंडित अमर नाथ शर्मा की धर्मनपत्नी सीता देवी को केंद्रीय कानून एवं न्याय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल ने दिल्ली में आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में सम्मानित किया।श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा इन इस सम्मान के लिए संरक्षक को बधाई दी। उल्लेखनीय है कि आजादी के अमृत महोत्सव पर शहीदे आजम भगत सिंह जयंती समारोह के उपलक्ष्य में एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशंस (आईसीसीआर) के आजाद ऑडिटोरियम में आयोजित उपरोक्त समारोह में बतौर मुख्यतिथि शामिल हुए थे।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने शहीद एवं स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के सदस्यों का सम्मान किया। कार्यक्रम में दो बार फिल्म फेयर अवार्ड हासिल कर चुके ऋषि कवि संतोष आनंद, शहीद चंद्रशेखर आजाद के भतीजे पंडित सुजीत आजाद,विश्वविख्यात आध्यात्मिक गुरु डा.पवन सिन्हा गुरुजी, संस्कार भारती दिल्ली प्रांत के अध्यक्ष कवि एवं रचनाकार राजेश चेतन, प्रख्यात अर्थ शास्त्री शरद कोहली,वैदिक गुरु आचार्य शैलेश तिवारी साबरी ब्रदर्स, कवियत्री गौरी मिश्रा,कैप्टन के भारद्वाज नवजोश फाउंडेशन के चंद्रमोली शर्मा, कवियत्री पूनम पांडे,अंजुम,लाफ्टर चैलेंज फेम दीपक सैनी,प्रमोद गुप्ता कई महत्वपूर्ण हस्तियों ने शिरकत की। कार्यक्रम में अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं जानता हूं कि 23 वर्ष की आयु में मैं कितना अपरिपक्व था,लेकिन 23 साल की उम्र में 90 साल पहले इस देश में ऐसे युवा भी थे जो कि भारत को गुलाम बनाकर शासन कर रही गूंगी बहरी ब्रिटिश हुकूमत के कान खोलने के लिए असैंबली में फैंकने के जुर्म में अपने दो साथियों के साथ फांसी चढ़ गये,जबकि उस घटनाक्रम में किसी की जान भी नहीं गई।
ज्ञात अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों को अपने संबोधन में श्रद्धांजली अर्पित करते हुए केंद्रीय कानून एवं न्याय राज्य मंत्री ने कहा कि सिस्टम की खामियों के चलते आज तक कई स्वतंत्रता सेनानी गुमनाम थे,लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान एक नई शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि इस पर भी तंज कसा कि आज रंगारंग कार्यक्रमों के प्रति युवाओं में काफी क्रेज है,लेकिन इस तरह के कार्यक्रमों में जितने भी युवा पहुंचे हैं और व्यवस्था से जुड़े हैं, वे साधुवाद के पात्र हैं कि आज वे ऐसी सख्शियत की जयंती समारोह में शामिल हुए हैं,जो चाहते तो एक अच्छा और आंनदपूर्वक जीवन जी सकते थे।
केंद्रीय काननू राज्यमंत्री ने बड़ी साफगोई से कहा कि उन्हें याद है कि 23 साल उम्र में वह स्वयं कैसे थे,उन्हें तो यह समझ तक नहीं थी कि चलते नल को बंद कर ?देना चाहिए,अगर बिजली बेमतलब से चल रही है तो स्विच ऑफ कर देना चाहिए,मगर कितनी छोटी आयु में साधन संपन्न परिवार को होते हुए भी भगत सिंह देश के बारे में क्या सोच रखते यह भारत ही नहीं,दुनिया जानती है।आजादी के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंध जैसे भी रहे हों,लेकिन पाकिस्तान में भी उनके चाहने वाले अनगिनत हैं।बघेल ने कहा कि वह आज इस कार्यक्रम का हिस्सा बन कर उन्हें गौरव का अहसास हो रहा है। वहीं तीर्थोद्धार के मुख्य सलाहकार जयनारायण शर्मा एडवोकेट,प्रधान श्याम सुंदर तिवारी,प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा,अखिल भारतीय सारस्वत ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र शर्मा निंदी,इप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन जलेश शर्मा व अन्य ब्राह्मण नेताओं ने बधाई दी।