कुरुक्षेत्र दशहरा कमेटी ने अपना रवैया न बदला तो अगले वर्ष अलग से सर्वजातीय दशहरा कमेटी मनाएगी दशहरा मेला
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र दशहरा कमेटी के रवैये के विरोध में नगर के गणमान्य लोग व सामाजिक संगठन लामबद्ध हो गए हैं। इसी मामले को लेकर रविवार को नगर के गणमान्य व्यक्तियों की बैठक रेणुका सदन में श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा के पूर्व प्रधान यशेंद्र शर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सर्वसम्मति से सर्वजातीय दशहरा कमेटी का गठन किया गया, जिसका संयोजक यशेंद्र शर्मा और सह संयोजक अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश महासचिव राजेश सिंगला और भारतीय नौजवान सभा के अध्यक्ष अशोक शर्मा पहलवान को बनाया गया। नवगठित सर्वजातीय दशहरा कमेटी ने चेतावनी दी कि यदि कुरुक्षेत्र दशहरा कमेटी ने अपना रवैया नहीं सुधारा तो अगले वर्ष सर्वजातीय दशहरा कमेटी अलग से दशहरा पर्व मनाएगी। बैठक में वक्ताओं ने आरोप लगाया कि कुरुक्षेत्र दशहरा कमेटी को एक जाति विशेष की कमेटी बना दिया गया है और इस दशहरा कमेटी में अन्य जातियों को कोई प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया, जिस कारण से शहर की अन्य जातियों और सामाजिक संगठनों में गहरा रोष है।
बैठक में अपने विचार रखते हुए सभा के पूर्व प्रधान यशेंद्र शर्मा ने बताया कि प्रारंभ से कुरुक्षेत्र में दो दशहरे मेले का आयोजन होता था। एक दशहरा मेला मेला विजयदशमी अंतर्गत श्रीसनातन धर्म सभा के तत्वावधान में झांसा रोड पर आयोजित होता था जबकि दूसरा दशहरा मेला कुरुक्षेत्र दशहरा कमेटी द्वारा पहले काली कमली ग्राउंड में और बाद में सेक्टर 17 के ग्राउंड में आयोजित किया जाने लगा। इन दोनों स्थानों के विकसित होने के पश्चात दशहरा मेले का आयोजन थीम पार्क में किया जाता था। वर्ष 2003 में तत्कालीन मंत्री अशोक अरोड़ा के प्रयासों से दोनों दशहरा कमेटियों का विलय कर दिया गया और एक ही दशहरा कुरुक्षेत्र दशहरा कमेटी के तत्वावधान में आयोजित होने लगा। इस दशहरा कमेटी में प्रारंभ में सभी जातियों को प्रतिनिधित्व दिया गया, लेकिन कुछ समय से कुरुक्षेत्र दशहरा कमेटी पर एक जाति विशेष के लोगों ने वर्चस्व जमा लिया।
इस दशहरा कमेटी में किसी भी अन्य जाति को प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया। जबकि इस दशहरा कमेटी के संरक्षक पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा को बनाया गया और मुख्यातिथि के रूप में स्थानीय विधायक सुभाष सुधा दशहरा मेला में भाग लेते हैं। उन्होंने दुख जताया कि किसी भी राजनेता ने अन्य जातियों को दशहरा कमेटी में प्रतिनिधित्व देने की वकालत नहीं की। बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय नौजवान सभा के अध्यक्ष अशोक शर्मा पहलवान ने कहा कि आज सभी सामाजिक संगठनों पर एक जाति विशेष का बोलबाला है। जिस प्रकार दशहरा कमेटी पर कब्जा कर लिया गया। इसी प्रकार अन्य धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों पर भी एक जाति विशेष के लोगों ने कब्जा किया हुआ है। जरूरत है कि सर्वजातीय कमेटी का गठन करके अपने अस्तित्व को बचाया जाए। उन्होंने कहा कि आज हम लोग राजनीतिक रूप से भी पिछड़ते जा रहे हैं। अलग से दशहरा मनाने के साथ-साथ सर्व जाति के लोगों को एकजुट होकर अपने अस्तित्व बचाने की लड़ाई भी लड़नी होगी।
बैठक में ब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा के मुख्य सलाहकार जयनारायण शर्मा ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र दशहरा कमेटी के रवैये की आलोचना की और कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो अगले वर्ष सर्वजातिय दशहरा कमेटी के तत्वावधान में दशहरा मेला आयोजित किया जाए। सभा इसमें हर प्रकार का सहयोग देगी। वैश्य अग्रवाल पंचायत के प्रबंधक जंग बहादुर तथा अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश महासचिव राजेश सिंगला ने कहा कि शहर में धार्मिक आयोजनों में एक जाति विशेष का वर्चस्व रहता है जरूरत इस बात की है कि सर्वजातीय मोर्चा बनाकर शहर के आपसी भाईचारे को कायम रखा जाए। बैठक में उपस्थित सभी लोगों ने सर्वसम्मति से सर्वजातीय दशहरा कमेटी के गठन के प्रस्ताव का समर्थन किया।
बैठक में श्रीब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा के पूर्व प्रधान पंडित पवन शर्मा पौनी, मुख्य सलाहकार जयनारायण शर्मा, वैश्य अग्रवाल पंचायत के प्रबंधक जंग बहादुर, अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश महासचिव राजेश सिंगला, विनय गुप्ता, दीपक अग्रवाल, सुरेश सिंगला, अग्रवाल सभा से कपिल मित्तल, तीर्थोद्धार सभा के प्रधान महासचिव रामपाल शर्मा, सुनील मित्तल, विजय गर्ग, अजय गुप्ता, वरुण गर्ग, अशोक गर्ग, जिला बार एसोसिएशन कुरुक्षेत्र के पूर्व प्रधान अधिवक्ता मनोज कौशिक, नरेश ढुल, अश्विनी रीतवाल, भारतीय नौजवान सभा से अश्विनी शर्मा,पहलवान माईचंद सैनी,नीरज शर्मा, राजीव शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोगों ने भाग लिया और कुरुक्षेत्र दशहरा कमेटी के रवैये की कड़ी आलोचना की।