कहा : मुख्यमंत्री सम्मान समारोह को लेकर प्रदेशभर की सिख संगत में विशेष उत्साह
न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही 10वीं नाडा साहिब में 9 अक्तूबर को हो रहे मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सम्मान समारोह को लेकर प्रदेशभर की सिख संगत में विशेष उत्साह है। इस कारण प्रदेशभर से हजारों की संख्या में सिख संगत रविवार को गुरुद्वारा नाडा साहिब पहुंचेगी। यह दावा हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के पूर्व युवा प्रदेशाध्यक्ष एवं शिरोमणि अकाली दल हरियाणा स्टेट के वरिष्ठ नेता कवलजीत सिंह अजराना ने किया। सेक्टर-10 के अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि धर्मनगरी की विभिन्न सिख संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने एकजुट होकर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिले का तूफानी दौरा करके संगत को नाडा साहिब पहुंचने का न्योता दिया है।
अजराना ने बताया कि एसजीपीसी के कुछ पदाधिकारी अभी भी सिख संगत को गुमराह कर रहे हैं और संगत के बीच फूट डालने का असफल प्रयास कर रहे हैं। मगर हरियाणा की सिख संगत अब जागरुक हो चुकी है और किसी के बहकावे में आने वाली नहीं है। उन्होंने गत दिवस एसजीपीसी द्वारा निकाले गए रोष मार्च को फ्लॉप शो करार देते हुए बताया कि एसजीपीसी ने रोष मार्च के लिए करनाल अथवा कुरुक्षेत्र की बजाय अंबाला को केंद्र बनाया क्योंकि वे जानते थे कि हरियाणा में उनका कोई जनाधार नहीं है। अंबाला जिला तीन तरफ से पंजाब से सटा है और थोड़ी बहुत संगत पंजाब से जुटा कर उन्होंने रोष मार्च का दिखावा किया है।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य एवं शिरोमणि अकाली दल हरियाणा स्टेट के वरिष्ठ नेता जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध ने हरियाणा कमेटी के सभी पदाधिकारियों से आह्वान किया कि वे आपसी ब्यानबाजी छोड़ कर पंथ व समाज के हित में एकजुट हो जाएं और गुरुद्वारा साहिबान की बेहतर सेवा संभाल को लेकर मंथन करें। इस दौरान लोकल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी शाहाबाद के पूर्व सदस्य जरनैल सिंह अजराना, श्री अकाल उस्तत ट्रस्ट कुरुक्षेत्र के चेयरमैन ज्ञानी तेजपाल सिंह, शिरोमणि अकाली दल हरियाणा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखदेव सिंह गोविंदगढ़, गुरुद्वारा बैकुंठ धाम सेवा ट्रस्ट कुरुक्षेत्र के चेयरमैन लखविंदर सिंह संधू व प्रधान जसबीर सिंह वड़ैच, इंद्रपाल सिंह करनाल, श्री हेमकुंड साहिब सेवा सोसायटी कुरुक्षेत्र के चेयरमैन तजिंदर सिंह मक्कड़, गुरविंदर सिंह, जगत प्रताप सिंह, नरेंद्र सिंह गिल, परमजीत सिंह गिल, बलवीर सिंह, दिलबाग सिंह, परविंदर सिंह, अजीत सिंह, युवराज सिंह, अमरिंदर सिंह सहित विभिन्न सिख संस्थाओं के पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद रहे।