न्यूज डेक्स संवाददाता
कुरुक्षेत्र। आज कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मां भद्रकाली शक्तिपीठ में सुहागिनों के सबसे लोकप्रिय त्यौहार करवा चौथ को बहुत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पीठाध्यक्ष पंडित सतपाल शर्मा ने बताया कि सौभाग्यशाली महिलाओं के सुखी वैवाहिक जीवन के लिए, उनके पतियों की दीर्घायु की मंगल कामना के लिए, मां भद्रकाली जी के दरबार में करवा चौथ का त्यौहार मनाया गया। उन्होंने आगे बताया कि करवाचौथ दो शब्दों से मिलकर बना है, ‘करवा’ यानी ‘मिट्टी का बरतन’ और ‘चौथ’ यानि ‘चतुर्थी’। सभी विवाहित स्त्रियां साल भर इस त्योहार का इंतजार करती हैं और इसकी सभी विधियों को बड़े श्रद्धा-भाव से पूरा करती हैं। करवाचौथ का त्योहार पति-पत्नी के मजबूत रिश्ते, प्यार और विश्वास का प्रतीक है।
आज मां भद्रकाली दरबार में भव्य सुंदर मनमोहक कार्यक्रम मां के दरबार में शाम को 3:00 बजे प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत भजन कीर्तन से की गई जिसके पश्चात सभी सुहागिनों को करवा चौथ की व गणेश जी की कथा सुनाई गई । ततपश्चात महिलाओं ने थालियां बटोरने व गौरी पूजा का कार्यक्रम किया और अंत में साथ ही विधि पूर्वक करवा मां की आरती भी की गई । फिर हरियाणवी लोकगीत व करवा भजन , गरबा व डांडिया पर सभी सुहागनों ने नृत्य किया । मेरी मांग का सिंदूर, मैया मेरी जोड़ी बनाए, लो आ गया करवे का त्यौहार, मैया ने बना दी जोड़ी इत्यादि भजनों , पति की लम्बी उम्र चाहिए, संकीर्तन मंडल की महिलाओं ने गाकर समां बांधा ।
अंत में मंदिर के मुख्य पुजारिन शिमला देवी द्वारा सभी सुहागिनों को मां भद्रकाली जी के आशीर्वाद स्वरुप कुमकुम तिलक, बिछुआ , चूड़ियां, फल आदि का विशेष प्रसाद वितरित किया गया । इस पावन पवित्र त्यौहार की मस्ती में सभी झूमते नाचते नजर आए । सुहागिनों ने कहा कि वे मां भद्रकाली जी के प्रसाद से ही चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद अपना ही व्रत पूर्ण करेंगी । कथा के बाद पीने के लिए जल एवं चाय प्रसाद की भी व्यवस्था मंदिर में की गई थी।
पीठाध्यक्ष पंडित सतपाल शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि मां भद्रकाली जी आप सभी के सुहाग की सदैव रक्षा करती रहें और आप सभी को अमर सुहाग, अमर सिंदूर ,चमकता भाग्य, शौर्य और दीर्घायु प्रदान करें । अंत में सभी ने चंद्रदेव के दर्शन किये । इस अवसर पर शकुंतला देवी, मीना जोशी, अन्नू पॉल शर्मा, निकुंज शर्मा, ममता रानी, कुसुम वर्मा, मीरा गौतम, निहारिका, डॉ वंदना शर्मा इत्यादि भक्त उपस्थित थे ।